उदित वाणी, जमशेदपुर: प्योर फैब्रिक को लेकर मशहूर डिजाइनर संध्या सिंह के परिधानों की दो दिवसीय प्रदर्शनी का शुभारंभ 21 मई शनिवार को होटल रमाडा में होने जा रहा है. सुबह 11 बजे से रात 9.30 बजे तक प्रदर्शनी रहेगी. प्रदर्शनी में प्रवेश निशुल्क रहेगा. अच्छे धागे नाम से संध्या सिंह की बुटिक नई दिल्ली में है. संध्या सिंह ने बताया कि देश भर के विभिन्न शहरों में अपने डिजाइनर कपड़ों की प्रदर्शनी लगाती है. इसी क्रम में जमशेदपुर में यह प्रदर्शनी लग रही है. इसका मकसद बड़े शहरों के कलेक्शन को जमशेदपुर और रांची जैसे छोटे शहरों तक पहुंचाना है और वहां के लोगों को प्योर फैब्रिक की ब्यूटी को बताना है. बकौल संध्या सिंह, मैं प्योर फैब्रिक के ही परिधान बनाती हूं. यही कारण है कि उनके कपड़े थोड़े महंगे होते हैं लेकिन वे न केवल सेहत बल्कि पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी बेहतर होते हैं.
खुद ही डिजाइन करती हैं अपने कपड़े
संध्या सिंह अपने कपड़ों की डिजाइन खुद ही करती हैं और नई दिल्ली स्थित स्टोर से इसकी बिक्री करती हैं. सिंह ने बताया कि वे खुद महिला हैं और उन्हें महिलाओं की पसंद और नापसंद की जानकारी है. इस कारण वे ऐसे कपड़े डिजाइन करती हैं जो महिलाओं को पसंद आ जाए. वे दिल्ली, लुधियाना, मुंबई और चंडीगढ़ में भी प्रदर्शनी लगा चुकी हैं. संध्या सिंह कहती हैं कि उनके प्रोडक्ट प्योर फैब्रिक के होते हैं. वे सिल्क, शिफॉन, मलमल और जॉर्जेट के कपड़े भी बनाती हैं और उसकी बिक्री करती हैं. कहती है- लोगों को प्योर फैब्रिक की जानकारी नहीं है. मेरे उत्पादों में हैंड इंबोर्डेड भी शामिल हैं. महिलाओं के हर तरह के परिधान उनकी प्रदर्शनी में रहेगी. शादी-विवाह, पार्टी, दूसरे फंक्शन आदि के परिधान उपलब्ध रहेंगे. संध्या सिंह ने 2010 में काम करना शुरू किया और इसके बाद वर्ष 2014 में दिल्ली में पहला शो रूम खोला. अब वे देश के विभिन्न जगहों पर प्रदर्शनी लगा रही हैं.
डिजाइनिंग की फॉर्मल पढ़ाई नहीं की
संध्या सिंह ने बताया कि उन्होंने डिजाइनिंग का कोई कोर्स नहीं किया है. खुद की रूचि ने उन्हें डिजाइनर बनाया. पहली बार श्रीदेवी की पहनी एक साड़ी को बनाने का ऑर्डर लिया तो उनके हूनर लोगों के सामने आए. मशहूर डिजाइनर जेजे वालिया ने जब उनके बनाए परिधान देखे तो दंग रह गये और उन्होंने काफी प्रोत्साहित किया. दिल्ली में जब पहली प्रदर्शनी लगी, तो जेजे वालिया ने उसका उदघाटन किया. उन्होंने यह भी कहा कि अगर प्रदर्शनी में कपड़े नहीं बिके तो निराश नहीं हो. प्रयास जारी रखें, रास्ता निकलता जाएगा.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।