
उदितवाणी, चाकुलिया : चाकुलिया प्रखंड के लोधाशोली पंचायत अंतर्गत सिंदुरगोरी गांव में गुरुवार को 24 वर्षीय बढ़ाई मुर्मू जंगली हाथी के हमले में आंशिक रूप से घायल हो गया. वह सुबह शौच के लिए जंगल के किनारे गया था, जहां उसका सामना अचानक हाथी से हो गया. बचने के लिए वह दौड़ा, लेकिन गिर गया. हाथी ने उसे सूंड में लपेटकर जमीन पर पटकने की कोशिश की. इस बीच ग्रामीणों ने शोर मचाकर हाथी को खदेड़ दिया, जिससे वह जंगल में वापस चला गया.
घायल युवक का इलाज और गांव में दहशत
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग के वनरक्षी विप्लव कुमार और मुकेश कुमार मौके पर पहुंचे और घायल युवक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. डॉ. सुषमा नाग ने उसकी जांच की और आराम करने की सलाह दी. घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल फैल गया है.
हाथियों के झुंड का विचरण जारी
जानकारी के अनुसार, बुधवार रात को आठ से दस हाथियों का झुंड बुढीशोल जंगल से पश्चिम बंगाल की ओर भेजा गया था, लेकिन बंगाल की टीम ने उन्हें वापस चाकुलिया की ओर खदेड़ दिया. गुरुवार सुबह लगभग पांच हाथी सिंदुरगोरी के जंगल में प्रवेश कर गए. इसी दौरान बढ़ाई मुर्मू का हमला हुआ. हाथी ने उसकी सूंड से उठाकर पटक दिया और पैर कुचलने का प्रयास किया, लेकिन युवक ने पैर हटा लिया. स्थानीय लोगों ने शोर मचाकर हाथियों को भगाया. घायल के कंधे और पैर में चोटें आई हैं.
कालियाम में हाथियों ने मचाया बड़ा नुकसान
दूसरी ओर, कालियाम पंचायत के सालबनी और गोहालडांगरा गांवों में तीन हाथियों ने देर रात जमकर उत्पात मचाया. गांव वालों की सूचना पर मुखिया दासो हेंब्रम मौके पर पहुंचे और वन विभाग को सूचित कर पीड़ितों को मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया.
सालबनी गांव में हाथियों ने पुष्पा राणा के घर की खिड़की का शीशा तोड़ा और साबू राणा के धान के खेत को नुकसान पहुंचाया. गोहालडांगरा गांव में दीपक दास के केले के सैंकड़ों पौधों को खाकर बर्बाद कर दिया. साथ ही, जितेन कुमार दास के किराना दुकान में रखा साबूदाना, मैदा, चावल और गेहूं भी हाथियों ने खा लिया.
क्या हाथियों के हमले रोक पाएंगे वन विभाग?
आसपास के गांवों में हाथियों के लगातार हमले और नुकसान को लेकर ग्रामीणों में चिंता और आक्रोश बढ़ रहा है. वन विभाग की तरफ से क्या प्रभावी कदम उठाए जाएंगे, यह आने वाला वक्त ही बताएगा.
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