उदित वाणी, रांची : राज्य विधानसभा चुनाव के दूसरे व अंतिम चरण में 20 नवंबर बुधवार को 38 सीटों पर मतदान होगा. इनमें सीएम हेमंत सोरेन, पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी व आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो समेत कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.
इन 38 सीटों मे से 20 पर तो विरासत बचाने की चुनौती है क्योंकि इन सीटों पर कद्दावर नेताओं के पुत्र, पुत्री, पत्नी, भाई और बहू चुनावी अखाड़े में ताकत दिखा रहे हैं.
किसी सीट से कौन प्रमुख प्रत्याशी
बरहेट में सीएम हेमंत सोरेन तीसरी बार झामुमो के उम्मीदवार हैं. वह झामुमो के सुप्रीमो शिबू सोरेन की विरासत के सबसे बड़े झंडाबरदार हैं.
रामगढ़ सीट पर सांसद व राज्य के पूर्व मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी सुनीता चौधरी आजसू की प्रत्याशी हैं. मांडू सीट से अपने समय के कद्दावर नेता टेकलाल महतो के पुत्र जेपी पटेल कांग्रेस के प्रत्याशी हैं. मधुपुर सीट पर हेमंत सोरेन सरकार के मंत्री हफीजुल हसन झामुमो के प्रत्याशी हैं. उनके पिता हाजी हुसैन अंसारी यहां से कई बार विधायक चुने गए थे.
दुमका सीट पर झामुमो के अध्यक्ष शिबू सोरेन के छोटे पुत्र और सीएम हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन झामुमो के प्रत्याशी हैं. जामताड़ा में शिबू सोरेन की बहू सीता सोरेन भाजपा की प्रत्याशी हैं. इसी सीट से पूर्व मंत्री फुरकान अंसारी के पुत्र व हेमंत सरकार में मंत्री इरफान अंसारी भी प्रत्याशी हैं.
गोड्डा में भाजपा ने सीटिंग विधायक अमित मंडल को फिर से प्रत्याशी बनाया है. उनके पिता रघुनंदन मंडल भी इस सीट से विधायक रहे थे.
पाकुड़ में कांग्रेस ने हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री रहे और फिलहाल जेल में बंद आलमगीर आलम की पत्नी निशात आलम को प्रत्याशी बनाया है.
महागामा में कांग्रेस की प्रत्याशी और हेमंत सरकार में मंत्री दीपिका पांडेय सिंह के ससुर अवध बिहारी सिंह पूर्व में इस क्षेत्र का विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं.
शिकारीपाड़ा सीट से लगातार सात बार जीत दर्ज करने वाले झामुमो के नलिन सोरेन इसी साल दुमका से सांसद चुने गए हैं. इस सीट पर उनकी विरासत संभालने के लिए झामुमो ने उनके पुत्र आलोक सोरेन को प्रत्याशी बनाया है.
झरिया सीट पर एक ही सियासी घराने की दो बहुओं के बीच टक्कर है. कांग्रेस ने फिर से धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर दिवंगत नीरज सिंह की पत्नी पूूर्णिमा नीरज सिंह को प्रत्याशी बनाया है, जबकि भाजपा ने पूर्व विधायक संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह को उनके मुकाबले मैदान में उतारा है.
बाघमारा सीट पर भाजपा ने धनबाद सीट से सांसद चुने गए ढुल्लू महतो के भाई शत्रुघ्न महतो को प्रत्याशी बनाया है, जिनका मुकाबला कांग्रेस के प्रत्याशी जलेश्वर महतो से है.
निरसा सीट पर सीटिंग विधायक अपर्णा सेनगुप्ता एक बार फिर भाजपा की प्रत्याशी हैं. उनके पति सुब्रत सेन गुप्ता इस सीट से फॉरवर्ड ब्लॉक से चुनाव लड़ते थे. उनकी हत्या के बाद हुए चुनाव में अपर्णा पहली बार विधायक बनीं थीं. इस बार उनका मुकाबला पूर्व विधायक सीपीआई एमएल के प्रत्याशी अरूप चटर्जी से है, जिनके पिता गुरुदास चटर्जी यहां से तीन बार विधायक रह चुके हैं.
सिंदरी में भाजपा ने मौजूदा विधायक इंद्रजीत महतो के अस्वस्थ रहने की वजह से उनकी पत्नी तारा देवी को मैदान में उतारा है.
बगोदर में सीटिंग विधायक विनोद सिंह सीपीआई एमएल के प्रत्याशी हैं. उनके पिता महेंद्र सिंह इस सीट से तीन बार विधायक रह चुके थे.
जमुआ सीट पर भाजपा ने मंजू देवी को उतारा है, जिनके पिता सुकर रविदास इस सीट से विधायक रह चुके हैं.
गांडेय सीट पर सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन मुर्मू झामुमो की प्रत्याशी हैं, जिन्हें भाजपा की प्रत्याशी मुनिया देवी से टक्कर मिल रही है.
बोकारो में कांग्रेस ने श्वेता सिंह को उतारा है, जो यहां से कई बार विधायक रहे स्व. समरेश सिंह की बहू हैं.
डुमरी में झामुमो ने इस बार फिर से बेबी देवी को उतारा है. वह हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री रहे दिवंगत जगन्नाथ महतो की पत्नी हैं. बेरमो सीट पर कांग्रेस ने अनूप सिंह को प्रत्याशी बनाया है, उनके पिता राजेंद्र सिंह इस सीट से कई बार विधायक चुने गए थे. इस बारउनका मुकाबला भाजपा के रवींद्रनाथ पांडेय से है. रवींद्रनाथ पांडेय के पिता दिवंगत कृष्ण मुरारी पांडेय की गिनती क्षेत्र के कद्दावर कांग्रेस नेताओं में होती थी.
इन दिग्गजों के मैदान मे होने से मुकाबला रोचक
सीएम हेमंत सोरेन, राज्य के पहले सीएम और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, झामुमो की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन, आजसू पार्टी के प्रमुख सुदेश महतो, राज्य सरकार के चार मंत्रियों इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय सिंह, हफीजुल हसन और बेबी देवी, विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी की सीटों पर रोचक मुकाबला होने जा रहा.
सोरेन परिवार के चार सदस्य भी मैदान में
शिबू सोरेन की विरासत के सबसे बड़े झंडाबरदार हेमंत सोरेन संथाल परगना प्रमंडल की बरहेट सीट से चुनाव मैदान में हैं. शिबू सोरेन के सबसे छोटे पुत्र और हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन दुमका सीट पर झामुमो के उम्मीदवार हैं. सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन गिरिडीह जिले की गांडेय सीट से मैदान में हैं. जामताड़ा सीट पर भाजपा ने हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन को चुनाव के मैदान में उतारा है. वह सोरेन परिवार की पहली और एकमात्र सदस्य हैं, जिन्होंने शिबू सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा से अलग होकर अपना राजनीतिक ठिकाना किसी और पार्टी को बनाया है.
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