उदित वाणी, जमशेदपुर: देव नगर, बाराद्वारी स्थित गांधी आश्रम में टाटा स्टील यूआईएसएल की हाई प्रेशर रॉ वॉटर सप्लाई पाइप फटने से हुए जल हादसे ने दर्जनों परिवारों को बेघर और बेबस कर दिया है. अब यह मामला प्रशासनिक गलियारों में भी गूंजने लगा है.
पीड़ितों की आवाज बनीं विधायक पूर्णिमा साहू
मंगलवार को जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र की विधायक पूर्णिमा साहू ने जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल से उनके कार्यालय में भेंट की. उन्होंने गांधी आश्रम में विस्थापित हुए परिवारों के शीघ्र पुनर्वास और उपयुक्त मुआवजे की माँग रखी. इस मौके पर प्रभावित परिवारों के प्रतिनिधि भी विधायक के साथ उपस्थित थे.
टूटे घर, बर्बाद ज़िंदगी: विधायक ने रखी ज़मीनी हकीकत
विधायक ने उपायुक्त को बताया कि गांधी आश्रम में रहने वाले अधिकांश लोग समाज के बेहद कमजोर और वंचित तबकों से आते हैं. जल हादसे के बाद कई घरों की छतें ढह गई हैं. घरेलू सामान, बच्चों की किताबें, राशन और जरूरी वस्तुएँ जलप्रलय में नष्ट हो गईं. इन हालातों ने प्रभावित परिवारों को बेहद कष्टप्रद स्थिति में ला खड़ा किया है.
मानवीय आधार पर हो कार्यवाही की माँग
पूर्णिमा साहू ने जिला प्रशासन से अपील की कि वह इस मामले को महज तकनीकी त्रुटि न समझे, बल्कि इसे एक मानवीय त्रासदी मानकर त्वरित राहत के उपाय करे. उन्होंने माँग की कि पीड़ितों को अस्थायी आश्रय, आर्थिक सहायता और दीर्घकालिक पुनर्वास की दिशा में ठोस कार्ययोजना बनाई जाए. इस दौरान उन्होंने प्रभावित परिवारों की नामावली भी उपायुक्त को सौंपी.
प्रशासन ने जताई गंभीरता, राहत की उम्मीद
जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल ने विधायक को आश्वस्त किया कि वे इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन सभी पहलुओं पर विचार कर रहा है और शीघ्र ही प्रभावित परिवारों को राहत पहुँचाने हेतु आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.
जनप्रतिनिधियों की सक्रियता से बढ़ी उम्मीदें
इस मुलाकात के दौरान विधायक प्रतिनिधि गुंजन यादव, गांधी आश्रम के संतोष सेठ, धान सिंह, मितरू प्रधान समेत कई अन्य स्थानीय प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे. इस पहल से पीड़ित परिवारों को न्याय और पुनर्वास की उम्मीदें एक बार फिर जीवंत हो उठी हैं.
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