उदित वाणी, जमशेदपुर: जादूगोड़ा स्थित यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (यूसिल) के तुम्मालापल्ली यूरेनियम प्रोजेक्ट में एक दिवसीय हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि आयकर विभाग, चेन्नई की पूर्व निदेशक (राजभाषा) और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, तिरूपति की हिंदी सलाहकार सी. विजयालक्ष्मी थीं. कार्यक्रम की शुरुआत अपर अधीक्षक (मिल) विपिन कुमार शर्मा द्वारा परमाणु ऊर्जा विभाग के परिचय के साथ हुई, जिसमें डीएई की प्लेटिनम जुबली का भी उल्लेख किया गया.
मुख्य अतिथि का परिचय और स्वागत
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि सी. विजयालक्ष्मी का परिचय संजय चटर्जी, मुख्य प्रबंधक (ई/पी/ए) और गोपीनाथ दास ने किया. डीजीएम (लेखा) बी. श्रीकांत ने विजयालक्ष्मी का गुलदस्ता देकर स्वागत किया. इस अवसर पर सुमन सरकार, डीजीएम (मिल)/एचओडी ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी भारतीयता की पहचान है और यह सभी भारतीयों को एकजुट करने में मदद करती है. इसके साथ ही उन्होंने हिंदी की महत्ता पर भी प्रकाश डाला.
कार्यशाला में अन्य प्रमुख विचार और सम्मान समारोह
कार्यशाला में सी. मथिवानन, डीजीएम (पी/एस) ने भी विचार साझा किए और हिंदी अनुभाग को कड़ी मेहनत के लिए बधाई दी. कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन हिमांशु तिवारी द्वारा किया गया. इस मौके पर सुमन सरकार ने विजयालक्ष्मी को शॉल और डीएई स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया.
कार्यशाला में कर्मचारियों की भागीदारी
कार्यशाला में कुल 140 यूसिल कर्मचारियों ने भाग लिया, जिन्होंने हिंदी भाषा के महत्व को समझा और इसे अपने कार्यस्थल पर प्रभावी रूप से उपयोग करने की प्रेरणा प्राप्त की. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में एम.एस. राव, विजय कुमार, गौतम के., अमजद अली, राधिका, वामसी कृष्णा, शैलजा, दस्तगिरी, राजू, जे.डी. कन्नन, वासुदेव रेड्डी, तारकेश्वर राव, एन.वी. राजेश, टीसीएस रेड्डी, किशोर, रामबाबू बी., पी. श्रीहर्ष, एल. राजेश, गणेश एस.एस., हरिनाथ रेड्डी, एस.के. शर्मा, पेद्दा रेड्डी, एन. बाशा, किरण, और एस.एस. गुप्ता ने महत्वपूर्ण योगदान दिया.
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