वारदात के बाद घर के दरवाजे पर लगा दिया था ताला
मृतकों में सविता की मां और नानी भी शामिल
उदित वाणी जमशेदपुर : गोलमुरी थाना अंतर्गत गोलमुरी पुलिस लाइन में एसएसपी कार्यालय में पदस्थापित महिला कॉन्स्टेबल सविता समेत तीन लोगों का शव मिलने से हड़कंप मच गया. बताया जाता है कि सविता दो दिनों से कार्यालय नहीं आ रही थी. इसके बाद शक होने पर पुलिस लाइन स्थित उसके क्वार्टर में जाकर जांच की गई. जांच के क्रम में क्वार्टर के बाहर ताला लगा दिखा. पुलिसकर्मियों ने ताला को तोड़ा. अंदर जाने पर सविता समेत 3 लोगों का शव बरामद किया गया. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
घटना को अंजाम देकर हत्यारा ताला बंद कर फरार
अनुमान लगाया जा रहा है कि महिला पुलिस कॉन्स्टेबल सविता महतो, उसकी माँ और नानी की हत्या कर हत्यारा फ्लैट में ताला बंद कर फरार हो गया. हालांकि किसी को आते जाते लोगों ने भी नहीं देखा. इस ट्रिपल मर्डर मिस्ट्री पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी और अन्य पदाधिकारी पुलिस लाईन पहुंचे और आस-पड़ोस के लोगों से पूछताछ की. पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि तीनों महिलाओं का किसी से कोई विवाद तो नहीं था. मृत सविता के बारे में बताया जाता है कि वह अविवाहित थी और कॉन्स्टेबल के रूप में एसएसपी कार्यालय में पदस्थापित थी.
जमशेदपुर में आए हत्याएं होती रहती है अब आलम यह है कि जमशेदपुर में पुलिस की ही हत्या हो जा रही है. सबसे सुरक्षित माने जाने वाले पुलिस लाइन में ही घुसकर महिला पुलिसकर्मी की हत्या कर दी जाती है और पुलिस को घटना के दो दिनों बाद इसकी जानकारी होती है. जमशेदपुर के गोलमुरी स्थित पुलिस लाइन के स्टाफ क्वार्टर एलएसजी प्लस3 जे5 निवासी महिला कांस्टेबल 36 वर्षीय सविता रानी हेंब्रम, उसकी मां 60 वर्षीय लखिया मुर्मू और 13 वर्षीय बेटी गीता हेंब्रम की बेरहमी से हत्या कर दी गई. हत्यारे ने घटना को अंजाम देने के बाद कमरे में बाहर से ताला लगा दिया. दो दिनों तक शव बंद कमरे में ही पड़ा रहा. कमरे से तेज बदबू आने पर पड़ोसियों ने इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को दी. सूचना पाकर एसएसपी प्रभात कुमार और सिटी एसपी के विजय शंकर मौके पर पहुंचे और ताले को तोड़वाया. जैसे ही पुलिस कमरे में गई तो कमरे में तीनों के शव को देख हैरत में पड़ गई. कमरे में एक साथ तीन शव पड़े थे. लखिया मुर्मू का शव बेड पर पड़ा था जबकि, सविता और गीता का शव उसी कमरे में फर्श पर पड़ा था. तीनों की हत्या धारदार हथियार से की गई थी. पुलिस ने कमरे को सील कर डॉग स्क्वायड के अलावा फोरेंसिक टीम को बुलाया और जांच में जुट गई.
नक्सली हमले में हो गई थी पति की मौत
इधर सूचना पाकर सविता की बहन रानो मार्डी मौके पर पहुंची. रानो ने बताया कि वो लोग मूल रूप से सरायकेला खरसावां जिले के राजनगर के रहने वाले है. सविता के पति कैलाश हेंब्रम की मौत जादूगोड़ा में हुए नक्सली हमले में मौत हो गई थी. पति के मारने के बाद एक सरकारी नौकरी मिलनी थी. सविता की सास ने एसएसपी कार्यालय में सविता को नौकरी देने से मना दिया था. वह बड़े बेटे को नौकरी दिलवाना चाहती थी. बड़ी मुस्किल से उसे नौकरी मिली थी. नौकरी के बाद वह एसएसपी कार्यालय में गार्ड का काम करती थी और अपनी बेटी और मां के साथ स्टाफ क्वार्टर में रहती थी. घटना को किसने अंजाम दिया इसके बारे में इसे जानकारी नहीं है.
क्या कहती है पुलिस
जानकारी देते हुए एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि सविता बुधवार से कार्यालय नही आई थी. आज पड़ोसियों ने सूचना दी कि कमरे से दुर्गंध आ रही है जिसके बाद कमरे का ताला तोड़ा गया. जांच के लिए फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है. फिलहाल जांच चल रही है. जांच के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा.
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