उदित वाणी, जमशेदपुर: काव्यप्ता ग्लोबल स्कूल, जमशेदपुर ने Intellectual Property Talent Search Examination (IPTSE) 2024 में देश में पहला स्थान प्राप्त कर शिक्षा के क्षेत्र में एक अनोखा मुकाम हासिल किया है. इस प्रतिष्ठित परीक्षा में देशभर के 27,000 से अधिक स्कूलों के छात्रों ने भाग लिया था.
नवीराह अरशलान: विद्यालय की शान
स्कूल की कक्षा 12वीं की छात्रा नवीराह अरशलान ने IPTSE 2024 में ऑल इंडिया रैंक 3 प्राप्त कर विद्यालय का नाम रोशन किया. उनकी इस सफलता ने न केवल उनकी प्रतिभा को प्रदर्शित किया, बल्कि स्कूल की शैक्षिक उत्कृष्टता को भी उजागर किया. इस परीक्षा में काव्यप्ता के कुल 30 छात्रों ने भाग लिया और बौद्धिक संपदा (IP) अधिकारों के क्षेत्र में अपनी कुशलता का प्रदर्शन किया.
IPTSE: शिक्षा और नवाचार का अनोखा मंच
इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी टैलेंट सर्च एग्जामिनेशन (IPTSE) 2018 में भारतीय वाणिज्य और उद्योग महासंघ (FICCI) के सहयोग से शुरू हुआ था. इसका उद्देश्य छात्रों और पेशेवरों में बौद्धिक संपदा के प्रति जागरूकता बढ़ाना और नवाचार को प्रोत्साहित करना है.
IPTSE अवार्ड्स एंड कॉन्क्लेव: एक यादगार आयोजन
19 नवंबर 2024 को नई दिल्ली में IPTSE आईपी अवार्ड्स एंड कॉन्क्लेव 2024 का आयोजन किया गया. न्यायमूर्ति मिनी पुष्करना, (दिल्ली उच्च न्यायालय की न्यायाधीश) ने काव्यप्ता ग्लोबल स्कूल को यह पुरस्कार प्रदान किया. इस कार्यक्रम में प्रमुख शिक्षाविदों, उद्योग जगत के नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया.
इस वर्ष का कार्यक्रम कई सत्रों में आयोजित किया गया. उद्घाटन सत्र में सरकारी अधिकारियों और विशेषज्ञों ने भारत में बौद्धिक संपदा के बदलते दृष्टिकोण पर विचार साझा किए. पैनल चर्चाओं में आईपी के उभरते रुझानों पर चर्चा हुई. कार्यक्रम का समापन विजेताओं को सम्मानित करने के साथ हुआ.
काव्यप्ता ग्लोबल स्कूल का योगदान
काव्यप्ता ग्लोबल स्कूल की यह उपलब्धि न केवल जमशेदपुर बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है. यह सफलता शिक्षा और नवाचार (Innovation) के क्षेत्र में विद्यालय की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.
बौद्धिक संपदा महत्वपूर्ण : कबिता अग्रवाल
विद्यालय की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर प्रधानाचार्य और निदेशक कबिता अग्रवाल ने कहा, “शैक्षिक विकास के साथ-साथ यह भी महत्वपूर्ण है कि छात्र बौद्धिक संपदा जैसे क्षेत्रों से परिचित हों, जो उनके भविष्य का एक अभिन्न हिस्सा बनेंगे.” उन्होंने आईपी शिक्षक अक्षय अग्रवाल के प्रयासों की भी सराहना की, जिन्होंने छात्रों को इस विषय के प्रति जागरूक किया.
स्कूल ने आईपी शिक्षक, अक्षय अग्रवाल की भी सराहना की, जिन्होंने इस महत्वपूर्ण विषय को शैक्षिक पाठ्यक्रम में शामिल कर छात्रों को बौद्धिक संपदा के क्षेत्र से अवगत कराने में अपनी समर्पित मेहनत दिखाई.
IPTSE और आईपी अवार्ड्स के बारे में
इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी टैलेंट सर्च एग्जामिनेशन (IPTSE), जो IPETHICON द्वारा भारतीय वाणिज्य और उद्योग महासंघ (FICCI) के सहयोग से 2018 में लॉन्च किया गया था, का उद्देश्य छात्रों और पेशेवरों में बौद्धिक संपदा के प्रति जागरूकता और समझ बढ़ाना है, साथ ही नवाचार और रचनात्मकता की संस्कृति को बढ़ावा देना है.
IPTSE अवार्ड्स और कॉन्क्लेव एक वार्षिक कार्यक्रम है, जो आईपी शिक्षा में उत्कृष्टता को मान्यता देता है और उन प्रतिभागियों को सम्मानित करता है जिन्होंने इस क्षेत्र में अद्वितीय ज्ञान और कौशल प्रदर्शित किया. अवार्ड्स कार्यक्रम में आईपी अधिकारों पर एक राष्ट्रीय ऑनलाइन परीक्षा होती है, इसके बाद प्रतिभागियों की विषय पर समझ का विस्तृत मूल्यांकन किया जाता है.
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