उदित वाणी, जमशेदपुर : 31 जनवरी को जमशेदपुर के साहित्य के क्षेत्र में नया इतिहास बनने जा रहा है, जब मशहूर कथाकार जयनंदन के जरिए पूरे शहर को सम्मान मिलेगा.
खाद बनाने वाली कंपनी इफको पहली बार किसी साहित्यकार को उनके शहर में जाकर सम्मानित कर रही है. उल्लेखनीय है कि इस साल का प्रतिष्ठित श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको साहित्य सम्मान जयनंदन को मिलने जा रहा है. रवीन्द्र भवन साकची में होने वाले एक सम्मान समारोह में इफको के प्रबंध निदेशक उदय शंकर अवस्थी समेत साहित्यकार मनमोहन पाठक भाग लेंगे.
दिन भर का कार्यक्रम
इस सम्मान समारोह में हिन्दी कथा साहित्य में ग्रामीण एवं कृषि जीवन पर एक परिचर्चा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें मशहूर कहानीकार डॉ.राकेश कुमार मिश्र, आलोचक प्रोफेसर रवि भूषण, कथा आलोचक राकेश बिहारी और जमशेदपुर के साहित्यकार और लेखक डॉ.सी भास्कर राव भाग लेंगे. इसके बाद शाम पांच बजे पथ कम्युनिकेशन के कलाकारों की ओर से नाटक का मंचन किया जाएगा. यह नाटक जयनंदन की कहानी पर आधारित होगा.
इसके पहले सुबह साढ़े दस बजे मुख्य सम्मान समारोह होगा, जिसमें शहर के साहित्यकार जयनंदन को 11 लाख की राशि का श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको सम्मान से सम्मानित किया जाएगा. मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार मनमोहन पाठक यह सम्मान देंगे. उदघाटन समारोह में ही श्रीलाल शुक्ल की रचनाओं पर आधारित नाटक कहानी शिवपालगंज की प्रस्तुति होगी. सम्मान समारोह के बीच में चंदन तिवारी के खेती-किसानी के गीत भी गूंजेंगे.
2011 से मिल रहा है यह सम्मान
खाद बनाने वाली कंपनी इफको 2011 से यह सम्मान वैसे लेखकों को दे रही है, जिनके साहित्य में गांव और किसान की कहानियां होती हैं. इसके पहले यह सम्मान मशहूर साहित्यकार स्वर्गीय विद्यासागर नौटियाल, शेखर जोशी, संजीव, मिथिलेश्वर, अष्टभुजा शुक्ल, कमलाकांत त्रिपाठी, रामदेव धुरंधर, रामसिंह दिवाकर, रमेश कटारे, रणेन्द्र और शिवमूर्ति को दिया गया है.
जयनंदन युवा ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता भी रहे हैं. इसके अलावा उन्हें राधाकृष्ण पुरस्कार, विजय वर्मा कथा सम्मान, बिहार सरकार राजभाषा सम्मान, आनंद सागर स्मृति कथाक्रम सम्मान, बनारसी प्रसाद भोजपुरी सम्मान, झारखंड साहित्य सेवी सम्मान, स्वदेश स्मृति सम्मान, निर्मल मिलिंद सम्मान मिल चुका है.
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