उदित वाणी जमशेदपुर: जमशेदपुर सहित पूरे झारखंड में गर्मी ने असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है। बढ़ती गर्मी से लोगों की परेशानी अब बढ़ने लगी है। दिन-प्रतिदन बढ़ते तापमान से दोपहर के वक्त सड़कों पर सन्नाटा रहता है। वहीं, सड़क पर गर्म हवा के झोंके राहगीरों को झुलसा रहे हैं। लगातार बढ़ रही गर्मी से सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल के छात्र-छात्राओं को हो रही है, जब उन्हें दोपहर की चिलचिलाती धूप में अपने घर लौटना पडता है। गुरुवार को पूर्वी सिंहभूम जिले का अधिकत्तम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम पूर्वानुमान की माने तो अगले पांच दिन में तापमान और बढ़ने की संभावना है। ऐसे में पड़ रही अधिक गर्मी के कारण कई बच्चे स्कूल में बेहोश हो रहे हैं। जिसके चलते छात्र-छात्राओं के हितों को देखते हुए स्कूल के समय में परिवर्तन की मांग उठने लगी है। झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी से कई अभिभावकों ने फ़ोन पर समस्याओं से अवगत कराते हुए हस्तक्षेप का आग्रह किया। जिसपर कुणाल षाड़ंगी ने राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह से फ़ोन पर बात करते हुए स्कूल के समय में परिवर्तन करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि सुबह दस बजते ही तेज गर्मी शुरू हो जाती है। सरकारी स्कूलों के बच्चों को दोपहर की तपती धूप में पैदल घर आना होता है, जिससे उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। वहीं दोपहर 12 बजते ही सड़क पर सन्नााटा पसरने लगा है। ऐसे में बच्चों के स्कूल समय में बदलाव करने की अत्यंत आवश्यकता है।
पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने बतया कि गुरुवार को जिले के आदर्श मध्य विद्यालय, धालभूमगढ़ के कक्षा तीन की छात्रा दिव्यांशु कुमारी का बढ़ती गर्मी व तपिश के कारण नाक से खून बहने लगी और वे बीमार पड़ गए। कुणाल षाड़ंगी ने मुख्य सचिव से बढ़ती गर्मी को देखते हुए स्कूलों के समय में परिवर्तन करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए स्कूल खुलना भी जरूरी है, लेकिन उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी आवश्यक है। ऐसे में उन्होंने बढ़ती गर्मी को देखते हुए बच्चों के स्कूल को प्रातः 6:30 बजे से प्रारम्भ कर अधिकतम 11 बजे तक करने का आग्रह किया। जिसपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने मामले में उचित संज्ञान लेने का आश्वासन दिया है।
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