ओडिशा, बंगाल व झारखंड के कई विवि के कुलपति कॉन्क्लेव में लेंगे हिस्सा, तैयारी पूरी
उदित वाणी, जमशेदपुर: भिलाईपहाड़ी स्थित आरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में शुक्रवार को शिक्षाविदों का महाकुंभ सजने वाला है. इस महाकुंभ में झारखंड को राज्यपाल रमेश बैस भी हिस्सा लेंगे. शुक्रवार को यहां नई शिक्षा नीति के असर को लेकर एक कान्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है.
गुरुवार को कार्यक्रम के बारे में जानकारी देने के लिए एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया.
इसमें प्रबंधन के चेयरमेन बिन्दा सिंह, सचिव भरत सिंह, कोषाध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह, निदेशक प्रो (डॉ) आरएन गुप्ता एवं प्राचार्य प्रो (डॉ) राजेश कुमार तिवारी उपस्थित थे. भारत की शिक्षा नीति 2020 पर ब्वदबसंअम के आयोजन पर प्रकाश डालते हुए बिन्दा सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति किस तरह से राष्ट्र की शैक्षणिक व्यवस्था को विकासोन्मुखी बनाएगा और यह कितना राष्ट्र के लिए हितकर होगा, इसका विमर्श इस कॉन्क्लेव में किया जाएगा.
कॉलेज के सचिव भरत सिंह ने कहा कि भारत की शिक्षा नीति 2020 राष्ट्र का शैक्षणिक उत्थान एवं समावेसी सामाजिक व्यवस्था का पक्षधर है, इस कॉन्क्लेव से यह प्रमाणित हो जाएगा. संस्थान के कोषाध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह ने कॉन्क्लेव के आयोजन पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि आयोजन समिति के द्वारा झारखण्ड, बिहार, ओडिशा, उत्तर प्रदेश जैसे सभी पड़ोसी राज्यों में अवस्थित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, उपकुलपतियों एवं प्रतिष्ठित विद्वानों को इस ब्वदबसंअम में आमंत्रित किया गया है.
दर्जनभर से अधिक कुलपतियों एवं उपकुलपतियों के आने की सहमति मिल गई हैं. इसके अलावा सम्पूर्ण झारखण्ड के तकनीकि शिक्षण संस्थनों के निदेशक-प्राचार्य या उनके प्रतिनिधि को आमंत्रित किया गया है. इसके साथ ही जमशेदपुर के सभी विद्यालयों के प्राचार्ययों को भी इसमें भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है. काफी संस्थानों से इसकी स्वीकृति मिल चुकी है.
इस कॉन्क्लेव के उद्धाटन सत्र में झारखंड प्रदेश के राज्यपाल रमेश बैस मुख्य अतिथि होंगे और यह सत्र दिन के 12.30 से 2.00 बजे तक चलेगा. उद्घाटन सत्र से पूर्व आगत अतिथियों का स्वागत किया जाएगा. उद्घाटन सत्र के पश्चात दो सत्रों में भारत की शिक्षा नीति 2020 पर प्रतिष्ठित शिक्षाविद् अपने सम्बोधन के माध्यम से इसकी विवेचना करेंगे. इन दो सत्रों के बाद एक पैनल डिसकसन का आयोजन होगा. इन तीनों सत्रों में विमर्श का विषय है भारत की शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से भारतीय शिक्षा पद्धति में सुधार व भारत की शिक्षानीति के क्रियान्वयन में झारखंड प्रदेश के समक्ष चुनौतियां एवं अवसर झारखंड प्रदेश में बहुआयामी एवं सर्वांगीण शिक्षा का विकास विषय पर चर्चा की जाएगी.
इसमें प्रो. सैकत मैत्रा (कुलपति, एमएकेएयूटी कोलकाता, पश्चिम बंगाल), प्रो. प्रदीप कुमार नंदा (उप कुलपति, शिक्षा अनुसंधान विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर, ओडिशा), प्रो सरनजीत सिंह (उप कुलपति, केआईआईटी, भुवनेश्वर, ओडिशा), प्रो नितेश पुरोहित (डीन, आईआईआईटी, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश), प्रो. अरूण कुमार चौधरी (कुलसचिव, जेयूटी रांची, झारखण्ड), प्रो एसएस रजी (कुलपति, अरका जैन विश्वविद्यालय, सरायकेला) प्रो गोपाल पाठक (कुलपति, सरला बिरला यूनीवर्सीटी, रांची), प्रो जी साहू (आईआईटी आईएसएम) हिस्सा लेंगे.
नई शिक्षा नीति पर युवाओं का करेंगे मार्गदर्शन
कान्क्लेव में शामिल होने वाले शिक्षाविद राष्ट्रीय स्तर के स्थापित विद्वान हैं. भारत की शिक्षा नीति 2020 पर इन शिक्षाविदों के विचार युवा पीढ़ी का मार्ग दर्शन करेगा. यह शिक्षा नीति हमारे लिए कितना हितकर है, इससे हमारे सामने किस तरह के और कितने अवसर आएंगे तथा हमारे लिए क्या-क्या चुनौतियों हो सकती हैं इसपर प्रकाश डाला जाएगा.
कल एनआइटी में कार्यशाला में हिस्सा लेंगे राज्यपाल
एनआईटी जमशेदपुर में 9 जुलाई को आयोजित होने वाले उन्नत भारत मिशन के ओरिएंटेशन प्रोग्राम में झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस शिरकत करेंगे. इस दौरान वे सत्र को संबोधित करेंगे. गुरुवार को जिले के उपायुक्त अरवा राजकमल ने संस्थान में चल रही तैयारियों और राज्यपाल के आगमन को लेकर की जा रही व्यवस्था का जायजा लिया.
इस दौरान उपायुक्त ने संस्थान के निदेशक करुणेश कुमार शुक्ला से करीब आधे घंटे तक बातचीत की और सुरक्षा से संबंधित कई सुझाव भी दिए.उन्नत भारत मिशन के को-ऑर्डिनेटर डॉ रंजीत प्रसाद ने बताया कि उन्नत भारत मिशन भारत सरकार का एक महत्वकांक्षी कार्यक्रम है. इसके अंतर्गत एनआईटी जमशेदपुर राज्य में इसे प्रभावी बनाने के लिए समन्वय का दायित्व निभा रही है.
इस ओरिएंटेशन प्रोग्राम में विशेष गेस्ट के रूप में यूबीए, एनसीआई, आईआईटीडी के नेशनल को-ऑर्डिनेटर प्रो. विवेक कुमार, ईएसी के चेयरमैन राजीव कुमार और शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास झारखंड की प्रेसिडेंट डॉ प्रो. सविता सेंगर हिस्सा लेंगी.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।