उदित वाणी, जमशेदपुर: टाटा मोटर्स के जमशेदपुर प्लांट ने तीन दिन के क्लोजर के बाद फिर दो दिन क्लोजर करने का फैसला लिया है. बैक टू बैक क्लोजर होने से टाटा मोटर्स कर्मचारियों के साथ ही आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की एंसीलियरी के होश उड़ गये हैं. मंदी की आहट के चलते वाहनों की डिमांड में आई कमी के बाद कंपनी को लगातार क्लोजर लेना पड़ रहा है.
टाटा मोटर्स के प्लांट हेड विशाल बादशाह की ओर से शनिवार को जारी सर्कुलर में कहा गया है कि कंपनी में 28 और 29 जून को क्लोजर रहेगा. अभी कंपनी 22 से लेकर 24 जून के बीच क्लोजर के बाद 25 जून शनिवार को खुली. रविवार 26 जून को साप्ताहिक छुट्टी है.
सोमवार 27 जून को एक दिन के काम के बाद फिर 28 और 29 जून को क्लोजर रहेगा. क्लोजर के बाद कंपनी इस माह के अंतिम दिन 30 जून को खुलेगी. इस तरह कंपनी ने एक सप्ताह के अंदर पांच दिन का क्लोजर लिया.
क्लोजर का असर कर्मचारियों की छुट्टियों पर
क्लोजर के दौरान स्थायी कर्मचारियों का आधा वेतन कंपनी वहन करती है जबकि आधा वेतन कर्मचारियों के सीएल और पीएल से एडजस्ट होता है. इससे कर्मचारियों की छुट्टी की हानि होती है. साथ ही स्थायी कर्मचारियों के अलावा बाई सिक्स, नीम और टीएमएसटी को घर बैठना पड़ता है.
क्लोजर के दौरान जिन कर्मचारियों को काम पर बुलाया जाएगा, अगर वे नहीं आते हैं तो उस दिन उनका छुट्टी मान लिया जाएगा. साथ ही कर्मचारियों को आदेश दिया गया है कि वे क्लोजर के पहले और बाद में छुट्टी नहीं लें
आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की कंपनियों की फूलने लगी सांसें
आदित्यपुर की कंपनियां अभी कोरोना की महामारी से बाहर निकलने की कोशिश ही कर रही थी कि टाटा मोटर्स के क्लोजर मोड में जाने से लगभग 1100 कंपनियों के हाथ-पांव फूलने लगे हैं. उनका कहना है कि पूरे बारिश तक यह स्थिति रहेगी. अगर वैश्विक स्तर पर मंदी की स्थिति बनी तो ऑटो सेक्टर भी सुस्ती में जा सकता है.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।