उदित वाणी,जमशेदपुर: टाटा स्टील ने अपने सभी लोकेशनों में समानता, विविधता और समग्रता लाने के लिए सख्त कदम उठाने का फैसला लिया है. कंपनी में काम करने वाले किसी भी कर्मचारियों के साथ भेदभाव, शोषण और किसी भी तरह की प्रताड़ना की शिकायत साबित होने के बाद प्रबंधन, कंपनी की पोश (प्रिवेन्शन ऑफ सेक्सुअल हारासमेंट एट वर्कप्लेस) पोलिसी के तहत सख्त कार्रवाई करेगा.
इस बारे में टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेन्द्रन की ओर से जारी सर्कुलर में साफ कहा गया है कि कंपनी के अंदर किसी भी तरह के शोषण और प्रताड़ना की शिकायत मिलने के बाद उसकी डोमेस्टिक इन्क्वारी होगी और जांच में दोषी पाए जाने वाले कर्मियों के खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा.
इसे लेकर कंपनी ने इंटर्नल कमेटी बनाई है ताकि ऐसी शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई हो सके. कंपनी के मैनपावर में अब महिलाओं के साथ ही ट्रांसजेंडर और दिव्यांग भी शामिल किया जा रहा है. यही नहीं यह कमेटी एड्स रोगियों के साथ होने वाले भेदभाव को भी देखेगी और उनके साथ होने वाले किसी भी तरह के भेदभाव के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी.
2025 तक टाटा स्टील का लक्ष्य है कि उसके 25 फीसदी मैनवपावर महिलाएं हो. उल्लेखनीय है कि महिलाओं की संख्या बढ़ने के साथ ही शोषण और प्रताड़ना के मामले बढ़ने को लेकर कंपनी ने यह तैयारी की है.
जानिए किस लोकेशंस पर कौन है इंटर्नल कमेटी में
नाम लोकेशंस
1.झरिया आरूषि गुप्ता
2.हल्दिया अविक चटर्जी
3.जमशेदपुर चित्रा शर्मा
4.सीआरसी कालका दत्ता
5. मुंबई मालिनी गुप्ता
6.टीएसएम खोपोली निखिल कुजूर
7.शाहिबाबाद निशा अनिल सेठ
8.कोलकाता राहुल लाल
9.अंगुल रोहित कुमार
10.वेस्ट बोकारो सुधीर कुमार सिंह
11.कलिंगानगर विजय कुमार निराला
12.ओएमक्यू यशवंत कुमार पांडेय
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