उदित वाणी, जमशेदपुर: विश्व जल दिवस के अवसर पर हाई स्कूल गोपाबंधु विद्यापीठ, टेल्को में जलवायु परिवर्तन और जल संकट पर एक विचार गोष्ठी आयोजित की गई. इस गोष्ठी का उद्देश्य छात्रों में जल संरक्षण के महत्व को उजागर करना और भविष्य की पीढ़ियों के लिए जल के महत्व को समझाना था.
प्राचार्य का संदेश
कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान विद्यालय के प्राचार्य संजीव कुमार तिवारी ने कहा कि “जल जीवन का मूल आधार है.” उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे पानी का उपयोग केवल उतना ही करें जितना आवश्यक हो. चाहे स्नान हो, कपड़े धोने का समय हो, या फिर किसी अन्य दैनिक कार्य में पानी का उपयोग, यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम जल का सही तरीके से उपयोग करें और उसका संरक्षण करें.
जलवायु परिवर्तन और जल संकट पर चर्चा
प्राचार्य तिवारी ने आगे जलवायु परिवर्तन, जल संकट और जल संरक्षण पर अपने विचार साझा किए. उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण और मृदा प्रदूषण के परिणामस्वरूप जल संकट और जलवायु परिवर्तन को लेकर हमें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे. उन्होंने विद्यार्थियों से पॉलिथीन के उपयोग से परहेज करने और उसे पूर्ण रूप से बहिष्कृत करने का आह्वान किया.
विद्यार्थियों के द्वारा प्रदर्शन
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने कविता, पोस्टर और भाषण के माध्यम से जल संरक्षण के महत्व को दर्शाया. विद्यार्थियों ने जल के संरक्षण के उपायों को रचनात्मक तरीके से प्रस्तुत किया, जिससे उपस्थित सभी लोग प्रेरित हुए.
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य संजीव कुमार तिवारी, उप प्राचार्य मंजू कुमारी, चितरंजन मोहती, सुभाष चंद्र नायक, लक्ष्मीकांत गिरी, लड्डू केसर पटनायक, नीलम प्रभात, निक्की श्वेता, बी.पी. पति, महिमा कुमारी, पूजा सिंह, पी. कामेश्वरी सहित विद्यालय के अन्य शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।