उदित वाणी, जमशेदपुर: को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज के सत्र 2020-23 के विद्यार्थी परीक्षा नहीं देना चाहते. वे बिना परीक्षा के ही सेमेस्टर-4 में प्रमोट किए जाने की मांग कर रहे हैं.
इन छात्रों को इससे पहले सेमेस्टर-2 और सेमेस्टर-3 में कोरोना गाइडलाइन का हवाला देकर प्रमोट किया जा चुका है. इसलिए ये विद्यार्थी सेमेस्टर-4 की भी परीक्षा नहीं देना चाहते. सो, सोमवार को इन विद्यार्थियों ने इसी मुद्दे को लेकर जमशेदपुर को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज में हंगामा शुरू कर दिया.
प्राचार्य कक्ष में जमीन पर बैठ गए और जिद पर अड़ गए कि जबतक उन्हें सेमेस्टर-4 से प्रमोट करने का आश्वासन नहीं दिया जाता है, तबतक वे धरने पर ही बैठे रहेंगे. इस बीच उन्होंने प्राचार्य पर मनमानी करने का आरोप भी मढ़ दिया.
लॉ कॉलेज के इन विद्यार्थियों मांग की कि चौथे सेमेस्टर की परीक्षा लिए बिना उन्हें प्रमोट किया जाए. विद्यार्थियों ने बताया कि उनसे पहले के दो बैच 2018-21 और 2019-22 के विद्यार्थियों को फोर्थ सेमेस्टर में प्रमोट कर दिया गया है. 2020-23 के विद्यार्थियों को दूसरे और तीसरे सेमेस्टर में परीक्षा नहीं लेकर प्रमोट कर दिया गया है.
इसलिए फोर्थ सेमेस्टर में भी उन्हें प्रमोट किया जाए अन्यथा दूसरे और तीसरे सेमेस्ट की भी परीक्षा ली जाए.
परीक्षा की तिथि विश्वविद्यालय ने कर दी जारी
दरअसल विद्यार्थी इसलिए ज्यादा बिफरे हुए थे, क्योंकि कोल्हान विश्वविद्यालय ने इनके सेमेस्टर-4 का परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया है. ये विद्यार्थी परीक्षा में बैठना नहीं चाहते और महीने भर से प्रमोट किए जाने की मांग कर रहे. इस बीच विश्वविद्यालय ने परीक्षा कार्यक्रम (रुटीन) जारी कर दिया. तय कार्यक्रम के मुताबिक बैच 2020-23 की परीक्षा 17 मार्च से 13 अप्रैल तक चलेगी.
छह फरवरी को भी सौंपा था ज्ञापन
बिना परीक्षा दिए चौथे सेमेस्टर में प्रमोट करने की मांग विद्यार्थियों ने छह फरवरी को भी प्राचार्य जितेंद्र कुमार से की थी और इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा था.
सोमवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान विद्यार्थियों ने प्राचार्य डॉ. जितेन्द्र कुमार पर जिम्मेदारी से बचने का आरोप भी लगाया. विद्यार्थियों ने कहा कि उनलोगों ने कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गंगाधर पंडा से बात की थी. वीसी ने कहा कि प्राचार्य उनका आवेदन फॉर्वर्ड करेंगे तभी वे आगे की कार्रवाई करेंगे. इधर प्राचार्य डॉ जितेन्द्र कुमार कहते हैं कि वीसी ने उन्हें फॉर्वर्ड करने से मना किया है.
छात्रों ने कहा कि यूजीसी की गाइड लाइन के अनुसार पांचवें सेमेस्टर के विद्यार्थियों को छठे सेमेस्टर में प्रमोट करना है. इसके आधार पर 2020-23 के विद्यार्थियों को भी प्रमोट किया जाए.
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