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उदित वाणी, जमशेदपुर: राष्ट्रीय एकीकरण शिविर का शुक्रवार को तीसरा दिन रहा. इस अवसर पर अरका जैन विश्वविद्यालय आदित्यपुर में विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए. सबसे पहले योग सत्र का आयोजन हुआ। इसके बाद बौद्धिक सत्र में कोल्हान विवि के कुलपति प्रो. डॉ. गंगाधर पंडा ने भाग लिया. उन्होंने इस बौद्धिक सत्र में युवा पीढ़ी का उत्साहवर्द्धन किया. कहा कि आज के दौर की नई पीढ़ी ही आने वाले समय में नेतृत्वकर्ता की भूमिका और प्रशासनिक दायित्व को निभाएंगे. इनके लिए यह सत्र महत्वपूर्ण है. बौद्धिक सत्र 11 राज्यों से आए 220 प्रतिनिधियों के लिए काफी ज्ञानप्रद रहा. इस बौद्धिक सत्र में अरका जैन के कुलपति डॉ. एसएस रजी, कुलसचिव जेएस धांजल, परिसर निदेशक डॉ. अंगद तिवारी उपस्थित थे. इन्होंने संदेश दिया कि राष्ट्र के प्रति हर वक्त सतर्क और सहज रहने की जरूरत है. इनके बौद्धिक सत्र के उपरांत भारतीय वन सेवा के पदाधिकारी (2016 बैच) मोण प्रकाश उपस्थित हुए. उन्होंने बौद्धिक सत्र में उपस्थित होकर युवाओं को अनेकों प्रकार से प्रेरित किया. कहा कि युवा जब विचलित हो जाते हैं तब सभी विकारों को दरकिनार कर नई उम्मीद कायम करने की आवश्यकता होती है. इनके संदेश में युवाओं को अपने मनचाहा तरीके से राष्ट्र के प्रति अपने उत्तरदायित्व के अनुसार क्षेत्र का चुनाव कर राष्ट्र को अपना सेवा प्रदान करने की प्रेरणा मिली. बौद्धिक सत्र के समापन के बाद एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशक का सत्र हुआ. सत्र में मुख्य अतिथि विनोबा भावे विश्वविद्यालय समन्वयक उपस्थित हुई. उनकी उपस्थिति में झारखंड राज्य की महत्वपूर्ण भाषा नागपुरी में गीत गाकर झारखंड राज्य का भौगोलिक दृश्य प्रस्तुत किया गया. आर्का जैन विश्वविद्यालय के समन्वयक पारसनाथ मिश्रा ने संध्या सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत की.
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