उदित वाणी जमशेदपुर : राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने कदमा के शास्त्रीनगर में दो समुदायों के बीच हुई पत्थरबाजी की घटना की निन्दा करते हुए कहा है कि प्रशासन सत्यासत्य की जांच कर दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे लेकिन किसी भी कीमत पर निर्दोष फंसना नहीं चाहिए.
रघुवर दास ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि जबसे झारखंड में हेमंत सरकार का गठन हुआ है, राज्य में जगह-जगह सुनियोजित सांप्रदायिक दंगे भड़काने की साजिश की जा रही है. लोहरदगा, रांची, साहेबगंज के बाद अब जमशेदपुर को भी सांप्रदायिक दंगा में झोंकने की कोशिश की गयी. महज वोट की खातिर राज्य की जनता को सांप्रदायिकता की आग में झोंकना राजधर्म के विरूद्ध है. राज्य के निवासियों को अपने-अपने धार्मिक कार्यक्रमों का पालन करने की स्वतंत्रता है. ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने से किसी संप्रदाय विशेष को परेशानी नहीं होनी चाहिए.
उन्होंने कहा है कि पाकिस्तानी सोच रखने वाली कट्टर शक्तियां राज्य में अराजकता फैलाना चाहती है, लेकिन अमन पसंद लोगों की संख्या कम नहीं है. प्रशासन को देखना है कि कौन सही है, कौन गलत. किसी को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. सरकार किसी संप्रदाय विशेष को बढ़ावा देगी तो दूसरे संप्रदाय के बीच असंतोष फैलेगा ही. ‘मुखिया मुखसो चाहिए खान पान में एक’ के सिद्धांत पर सरकार चलती है न कि ‘एक आंख में काजल एक में सुरमा’ की नजरिये से. रघुवर ने कहा कि प्रशासन से उनका आग्रह है कि वह दल विशेष के इशारे पर कोई कार्रवाई न कर न्यायसंगत कार्रवाई करे.
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