उदित वाणी, जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिला अग्रवाल सम्मेलन द्वारा 2 जनवरी से 9 जनवरी 2025 तक साकची स्थित धालभूम क्लब ग्राउंड (प्रभुदयाल भालोटिया सभागार) में श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है. इस आयोजन में मथुरा से आए 125 पुरोहितों द्वारा भागवत का 108 मूल पाठ किया जाएगा.
कलश यात्रा से शुरुआत
आयोजन की शुरुआत 2 जनवरी को साकची महालक्ष्मी मंदिर से एक भव्य कलश यात्रा के रूप में होगी. यह यात्रा धालभूम क्लब ग्राउंड तक जाएगी, जिसमें घोड़ा, बैंड बाजा और मथुरा-वृंदावन से आए पुरोहित शामिल होंगे. महिलाएं कलश लेकर और पुरुष श्रीमद्भागवत की पुस्तक को माथे पर धारण कर यात्रा में सम्मिलित होंगे.
विशिष्ट आयोजन और पूजा की व्यवस्था
कथा का आयोजन प्रतिदिन अपराह्न 3 बजे से शुरू होगा. श्रीमद्भागवत कथा के आयोजन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. पंडाल का निर्माण भी आरंभ हो चुका है. इस आयोजन के सफलतापूर्वक संपन्न होने के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया गया है, जिनमें पूजन व्यवस्था, हवन सामग्री, गौ पूजन, भोजन व्यवस्था, तथा शास्त्र-प्रसंगों की जिम्मेदारी अलग-अलग लोगों को सौंपी गई है.
समाजबद्ध जिम्मेदारी और समन्वय
पुजा की व्यवस्था के लिए विमल गुप्ता, नवीन धानूका और अन्य समाजबंधु जिम्मेदार होंगे. वहीं, कलश यात्रा और शोभायात्रा की जिम्मेदारी वीणा देबूका, लीप्पू शर्मा, अमित अग्रवाल जैसे प्रमुख व्यक्तित्वों को सौंपी गई है. भोजन व्यवस्था और अन्य सेवाओं के लिए कई समिति सदस्य सक्रिय रूप से अपनी भूमिका निभाएंगे.
व्यक्तिगत मुलाकात की व्यवस्था
यदि कोई भक्त गुरु जी से व्यक्तिगत मुलाकात करना चाहता है, तो वे महावीर अग्रवाल, संतोष खेतान और अन्य प्रमुख व्यक्तियों से संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा, हेल्प डेस्क पर अंकित अग्रवाल और उनकी टीम सहायता के लिए उपलब्ध रहेगी.
समाजबंधुओं का आमंत्रण
पूर्वी सिंहभूम जिला अग्रवाल सम्मेलन के अध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, महामंत्री मंटू अग्रवाल और कोषाध्यक्ष अजय भालोटिया ने जमशेदपुरवासियों को इस दिव्य आयोजन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है. वे सभी धर्मप्रेमी बंधुओं से अपील करते हैं कि वे इस पवित्र अवसर पर श्रीमद्भागवत कथा का रसपान करने के लिए उपस्थित हों.
एक दिव्य अनुभव की ओर
यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सभी भक्तों के लिए एक अद्भुत अनुभव प्रदान करेगा, जो श्रीमद्भागवत के ज्ञान और भक्ति में डूबने के इच्छुक हैं.
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