==सख्ती से लागू की गई धारा 144, घरों में दुबके रहे लोग, नई हिंसा नहीं
== पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील कर करीब 100 लोग गए हिरासत में
== कोल्हान डीआईजी ने डीसी व एसएसपी समेत अन्य अफसरों संग की मीटिंग
उदित वाणी जमशेदपुर : कदमा थाना अंतर्गत शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर तीन में दो संप्रदाय के शरारती तत्वों के बीच रविवार देर रात हुई हिंसक झड़प के बाद प्रशासन द्वारा शहर में बंद की गई इंटरनेट सेवा को स्थिति पर पूरी तरह का बाबू पा लेने के बाद करीब 19 घंटा के अंतराल पर चालू कर दिया गया.
सोमवार को पूरे इलाके में स्थिति नियंत्रण में रही. कहीं पर भी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई. इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती रही. मजिस्ट्रेट भी तैनात रहे. आला अधिकारियों की भी आवाजाही होती रही. ब्लॉक नंबर दो और आसपास सुरक्षा ज्यादा कड़ी थी. धार्मिक स्थलों के पास भी सुरक्षा कड़ी थी. मुख्य सड़क से आवाजाही पर कोई रोक नहीं थी लेकिन पूरे इलाके में धारा 144 को सख्ती से लागू किया गया था.इस कारण कहीं पर भी मजमा नहीं लगा. लोग घरों में दुबके रहे. शरारती तत्व भी आने की हिम्मत नहीं जुटा सके. इलाके में कानून का राज दिखा.
वैसे कोल्हान के डीआईजी शहर पहुँचे. स्थिति की समीक्षा की. डीसी व एसएसपी समेत प्रशासन के वरिष्ठ अफसरों के साथ मीटिंग की.इसके बाद इंटरनेट सेवा बहाल करने का आदेश दिया गया.
वैसे रविवार देर रात को ही जिला पुलिस बल, रैफ और दंगा निरोधक दस्ता ने मोर्चा संभाल लिया था. उपायुक्त विजया जाधव, एसएसपी प्रभात कुमार, सिटी एसपी के विजय शंकर के अलावा सभी डीएसपी, सभी थाना प्रभारी मौजूद मौके पर पहुचे थे. स्थिति पर नियंत्रण करने के लिया पड़ोसी जिले से भी सुरक्षा बलों को मंगाया गया था. इधर, इस घटना के बाद जिले के सभी संवेदनशील इलाकों में दंडाधिकारी की तैनाती कर दी गई है. इसके अलावा पूरे जिले में फ्लैग मार्च भी किया जा रहा है. मानगो, टेल्को और हल्दीपोखर जैसे संवेदनशील इलाकों में नजर रखी जा रही है.
बताते चलें कि रविवार रात को एक गुट द्वारा की गई पत्थरबाजी में डीएसपी कमल किशोर को हल्की चोट आई थी, वहीं दर्जन भर जवान भी घायल हुए थे. रात में ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई उपद्रवियों को हिरासत में भी लिया . सुरक्षा बलों द्वारा ब्लॉक नंबर दो स्थित गली में घुसकर सभी घरों को तलाशी ली गई . इस उपद्रव में एक गुट द्वारा धर्मस्थल की छत से सुरक्षा बलों पर पथराव किया गया था. भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस भी छोड़े थे. आंसू गैस छोड़ने के बाद जवान गलियों में घुसे और स्थिति को नियंत्रण में किया. पुलिस ने ड्रोन का भी सहारा लिया. ड्रोन की मदद से घरों को छतों पर निगरानी की गई. इस दौरान पुलिस को सड़क पर पड़े तलवार और धर्म स्थल की छत पर से पत्थर बरामद हुआ . उपद्रवियों ने पहले मौके पर झोपड़ीनुमा दुकान में आग लगा दी थी. इसके बाद एक कार, दो ऑटो और कई दोपहिया वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया. कई वाहनों में तोड़फोड़ भी की थी.
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