उदित वाणी, जमशेदपुर: टाटा वर्कर्स यूनियन के वरीय उपाध्यक्ष शहनवाज आलम ने बुधवार को देश के शीर्ष प्रबंधन संस्थान इंडियन इन्स्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) अहमदाबाद का विजिट किया. उल्लेखनीय है कि टाटा स्टील की एलडी टू की टीम वर्तमान में अहमदाबाद के दौरे पर है. शहनवाज आलम, टाटा वर्कर्स यूनियन के पहले नेता है, जिन्होंने आईआईएम अहमदाबाद का दौरा किया है. अहमदाबाद से फोन पर बताया कि सपना था कि आईआईएम अहमदाबाद को देखूं. आज वह सपना साकार हुआ. संस्थान के निदेशक एरोल डिसूजा ने इस विजिट को अरेंज कराने में अहम भूमिका निभाई. आलम ने संस्थान की कम्युनिकेशन टीम के साथ इन्टरैक्शन में टाटा वर्कर्स यूनियन के सौ साल की समृद्ध विरासत के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि टाटा वर्कर्स यूनियन, सौ साल से ज्यादा की यूनियन हो गई. आजादी के पहले, आजादी के बाद और उदारीकरण के दौर में भी यूनियन और प्रबंधन के बीच बेहतर संबंध और तालमेल बना रहा. उन्होंने औद्योगिक संबंध की चर्चा की और बताया कि इस यूनियन से गांधी जी से लेकर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस तक जुड़े रहे हैं. शहनवाज आलम ने बताया कि सौ साल की यूनियन होने के बाद श्रम नियमों में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है और अभी भी प्रबंधन और यूनियन ज्वाइंट कन्सलटेशन के आधार पर सारे समझौते करते हैं. उन्होंने कहा कि आईआईएम अहमदाबाद के कैंपस को देखना हेरिटेज बिल्डिंग से गुजरना होता है.
एमबीए कर रखा है आलम ने
शहनवाज आलम ने प्रबंधन की पढ़ाई कर रखी है. वे आईआईएम रांची और एक्सएलआरआई जमशेदपुर में प्रबंधन की कक्षाएं भी लेते हैं. साइंस ग्रेजुएट आलम टाटा स्टील ज्वाइन करने के बाद प्रबंधन की पढ़ाई की और फिलहाल पीएचडी कर रहे हैं. औद्योगिक संबंध पर उनकी विशेषज्ञता है.
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