उदित वाणी, जमशेदपुर: रविवार रात जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय और उनके जनसुविधा प्रतिनिधियों ने मानगो पेयजल परियोजना का औचक निरीक्षण किया. यह निरीक्षण रात 11:30 बजे से ढाई बजे तक चला. इस दौरान इंटक वेल, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और विभिन्न टंकियों का गहन निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के बाद सरयू राय ने मानगो पेयजल परियोजना को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से नगर विकास विभाग को सौंपने का प्रस्ताव रखा. उनका मानना है कि अगर नगर निगम इस परियोजना का संचालन करेगा तो जवाबदेही सुनिश्चित हो सकेगी.
निर्माण कार्यों में लापरवाही और खराब पंप व्यवस्था
सरयू राय ने बताया कि 10 साल से किसी भी टंकी की सफाई नहीं की गई है. इसके अलावा, निर्माण के समय जो बालू और कंकड़ डाले गए थे, वे आज भी वहीं पड़े हुए हैं. पंप की व्यवस्था भी पूरी तरह से विफल रही है. जहां 6 पंपों की आवश्यकता थी, वहां केवल 3 पंप कार्यरत हैं. यही कारण है कि पानी की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही है.
पाइपलाइन और कनेक्शन की स्थिति
सरयू राय ने यह भी बताया कि कई स्थानों पर पाइपलाइन तो बिछा दी गई है, लेकिन उसे मुख्य लाइन से जोड़ा नहीं गया है. नतीजतन, कई बस्तियों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है. उदाहरण के तौर पर, जवाहरनगर के रोड नंबर 14 और संत कुटिया जैसे स्थानों पर पाइपलाइन बिछाने के बावजूद कनेक्शन नहीं किया गया, जिससे पानी की आपूर्ति बाधित है.
सिस्टम की विफलता और एजेंसी की लापरवाही
राय ने कहा कि इस परियोजना को चलाने वाली एजेंसी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते हैं. एजेंसी द्वारा पंप की मरम्मत का कोई रिकॉर्ड नहीं रखा गया है. पंप के खराब होने पर उनकी मरम्मत नहीं कराई जाती, और इस पर विभाग के अधिकारी भी कोई कार्रवाई नहीं करते. रात 12 बजे जब टीम ने पृथ्वी पार्क के पास स्थित नई पानी की टंकी का निरीक्षण किया, तो वहां के पंपहाउस का ताला लगा हुआ था. पंप का डिजाइन भी सही नहीं था, जिससे टंकी को भरने में 15-16 घंटे लग जाते हैं. इस प्रकार की विफलता पेयजल आपूर्ति की प्रणाली को पूरी तरह से नाकाम बना देती है.
आगे की रणनीति और प्रस्ताव
सरयू राय ने इस परियोजना को नगर निगम को सौंपने की सलाह दी ताकि नगर निगम इसके संचालन के लिए जिम्मेदार हो और जिम्मेदारी तय हो सके. उन्होंने कहा कि विभाग की विफलताओं को देखते हुए यह आवश्यक है कि स्वच्छता विभाग इस परियोजना को नगर निगम को सौंप दे.विधायक ने यह भी उल्लेख किया कि बालीमुगा इलाके में पानी की गंभीर समस्या है. एनएचएआई से बातचीत के बावजूद, पानी के प्रवाह के लिए आवश्यक कदम नहीं उठाए गए. उन्होंने सुझाव दिया कि नगर निगम एनएचएआई को 20 लाख रुपये दे ताकि बालीमुगा में पेयजल व्यवस्था को सुचारु किया जा सके.
मुख्य प्रतिनिधियों की उपस्थिति
इस निरीक्षण के दौरान जनसुविधा प्रतिनिधि नीरज सिंह, पप्पू सिंह, संजीव मुखर्जी, उपेंद्र सिंह मस्तान, पिंटू सिंह, संतोष भगत, भवानी सिंह, मुकेश कुमार, वीरु सिंह, बाला प्रसाद, जीतू परमार, रवि गोराई आदि उपस्थित थे.
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