
उदित वाणी, जमशेदपुर: टाटा स्टील के सुरक्षा विभाग की ओर से सेफ टॉक का आयोजन किया गया. कंपनी के वीपी (शेयर्ड सर्विसेस) प्रबल घोष ने जमशेदपुर वर्क्स के अंदर स्टीलेनियम हॉल में “कॉन्ट्रैक्टर सेफ्टी मैनेजमेंट जर्नी एंड वे फॉरवर्ड” पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया.
उन्होंने “जीरो इंसीडेंट- जीरो हार्म” कार्यस्थल के उद्देश्य को प्राप्त करने में एक प्रमुख फोकस एरिया के रूप में कॉन्ट्रैक्टर सेफ्टी मैनेजमेंट की उत्पत्ति के बारे में बताया. घोष ने जन केंद्रित प्रणाली से प्रणाली केंद्रित होने वाली प्रक्रियाओं की ओर बढ़ने की आवश्यकता पर जोर दिया.
उन्होंने शॉर्टकट से बचने, कड़े सुरक्षा मानकों और निरंतर पर्यवेक्षण के साथ मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करते हुए शून्य हानि कार्यस्थल के लक्ष्य को प्राप्त करने के बारे में अपने विचार व्यक्त किए. प्रबल घोष ने खतरों और स्थितियों को समझने की क्षमता में सुधार करने और कार्यबल के लिए 5 ई (प्रबोधन, प्रोत्साहन, सशक्तिकरण, परिकल्पना और सहभागिता) का पालन करने पर जोर दिया, जो कार्यस्थल को शून्य नुकसान सुनिश्चित करेगा.
सत्र में 700 से अधिक अधिकारियों, प्रशिक्षुओं और अनुबंध कर्मचारियों ने भाग लिया, जबकि टाटा स्टील से 300 लोगों ने ऑनलाइन सत्र में भाग लिया.
राजीव मंगल, वाइस प्रेसीडेंट, सेफ्टी, हेल्थ एंड सस्टेनेबिलिटी, टाटा स्टील ने अपने समापन संबोधन में कहा कि सेफ टॉक को एक सुरक्षित कार्यस्थल के लिए मौजूदा प्रक्रिया में सुधार की दिशा में एक मंच के रूप में काम करना चाहिए.
टाटा स्टील के सेफ्टी डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित सेफ टॉक सीरीज का उद्देश्य सुरक्षा और ज्ञान संवर्धन के विभिन्न पहलुओं पर विषय-विशेषज्ञों द्वारा सुरक्षा जागरूकता और मौजूदा अंतर्दृष्टि और ज्ञान प्रदान करना है.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।