उदितवाणी, कांड्रा: इस कार्यशाला में 5 राज्यों से 50 आदिवासी समाज के सदस्य भाग ले रहे हैं. बिहार ,बंगाल ,ओडिशा ,असम, छत्तीसगढ़ से आए जनजातीय नेता ने हिंसा, हत्या लूट, डायन प्रथा, आदि गंभीर विषयों पर चर्चा की .इस कार्यशाला का आयोजन टाटा फाउंडेशन एवं जेकैपसीपीएल के सहयोग से किया गया है।
कार्यक्रम का उद्घाटन उज्जवल चक्रवर्ती प्रबंध निदेशक जेकैपसीपीएल, सालखन मुर्मू पूर्व सांसद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. इस अवसर पर रोटरी क्लब की अध्यक्ष निभा मिश्रा, पूर्व अध्यक्ष तथा कार्यक्रम संयोजक अभिजीत मित्र, डायरेक्टर पीस एंड कनफ्लिक्ट रेजोल्यूशन, पूर्व अध्यक्ष अंजनी निधि, ने कार्यक्रम को संबोधित किया.
मुख्य अतिथि उज्जवल चक्रवर्ती ने कहा कि जनजातियों को अपनी शक्ति को पहचान कर दुनिया के सामने रखना चाहिए.
जनजातीय लोगों के जीवन की समस्याओं को हम मिल जुल कर सुलझाने की कोशिश कर सकते हैं. सालखन मुर्मू ने जनजातीय समाज की मूलभूत समस्याओ पर प्रकाश डाला और कहा कि इन्हे अपने देश और इसके संविधान के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम की शुरुआत संथाली प्रार्थना से की गई।
“एक नैतिक भारत ” टीम इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का संचालन करेगी। आज के उद्घाटन कार्यक्रम का संचालन अंजनी निधि ने किया. सचिव गुरप्रीत भाटिया, अमरेश सिन्हा, बी के वडेरा,आलोका बक्शी , मोनिका बर्मन, मोनिका उप्पल, अंजनी सहाय, अनुपमा सहगल, नीलम वडेरा, इन्दू गांधी , जूही समर्पिता , जे बी सिह आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे ।
हमेशा खबरों से अपडेट रहने के लिए फॉलो करे….
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।