- -जुगसलाई से बिष्टुपुर होते हुए साकची गुरुद्वारा पहुंचेगा इस बार नगर कीर्तन
उदित वाणी, जमशेदपुर: सिखों के प्रथम गुरु गुरु नानक देव के 8 नवंबर को आयोजित होने वाले प्रकाशपर्व को लेकर तीन दिवसीय अखंड पाठ का आरंभ रविवार को साकची गुरुद्वारा साहिब में किया गया. जिसकी समाप्ति के भोग गुरुपर्व वाले दिन मंगलवार को 11 बजे पड़ेगा. समाप्ति के उपरांत गुरु का अटूट लंगर संगतो के बीच साकची गुरुद्वारा मैदान में आयोजित होगा.
गुरु नानक देव की जयंती के अवसर पर आठ नवंबर को निकलने वाले नगर कीर्तन की तैयारियां चरम पर है. शहर के गुरुद्वारों की साफ-सफाई और साज सज्जा के साथ रंगीन रोशनियों को लगाने का दौर अंतिम चरण पर है. इस बार नगर कीर्तन जुगसलाई स्थित गौरी शंकर रोड गुरुद्वारा से निकलेगा. यह नगर कीर्तन जुगसलाई गौरी शंकर रोड गुरुद्वारा से प्रारंभ होकर बिष्टूपुर होते हुए साकची गुरुद्वारा में आकर संपन्न होगा.
ऐतिहासिक होगा साकची में पालकी साहब का स्वागत
आज गुरुद्वारा साहिब साकची के ग्रंथि ज्ञानी बलदेव सिंह ने अखंड पाठ आरंभ में सिख कौम के समृद्धि और समस्त संसार में शांति की अरदास गुरु महाराज के समक्ष की. गुरुद्वारा के प्रधान सरदार निशान सिंह ने कहा कि इस बार पालकी साहिब का स्वागत साकची में ऐतिहासिक होगा इस इसलिये उन्होंने अपील की है कि संगत इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनकर गुरुघर की खुशियां प्राप्त करे.
गुरुद्वारा साहिब सजधज कर तैयार : सिधु-काले
साकची गुरुद्वारा साहिब के महासचिव परमजीत सिंह काले और शमशेर सिंह सिधु ने कहा कि संगत के सहयोग और कमिटी सदस्यों की कर्मठता से गुरुद्वारा साहिब पूरी तरह सज-धज संगत के स्वागत को पूरी तरह तैयार है.
गुरुद्वारा मैदान में होगा इस बार लंगर
वरीय कमिटि सदस्य जोगिंदर सिंह जोगी, सतनाम सिंह घुम्मन, महेन्द्र सिंह और अमरपाल सिंह ने बताया कि भीड़ के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष गुरु का लंगर गुरुद्वारा मैदान में आयोजित किया जायेगा. तथा जोड़े घर की सेवा नौजवान सभा के जिम्मे होगी जिसकी अगुवाई नौजवान सभा के प्रधान मनमीत सिंह करेंगें. चेयरमैन महेन्द्र सिंह ने कहा कि लंगर की सेवा दोपहर 3 बजे तक ही कर पाना संभव हो पायेगा क्योंकि सारे सेवादार और कमिटि सदस्य नागरकीर्तन में शामिल होने के लिए प्रस्थान कर जायेंगे.
स्कूली बच्चों के प्रस्तुति होगी खास
नगर कीर्तन में 19 स्कूलों के बच्चे भी शामिल होंगे. आयोजन में सिख समाज के महिला, पुरुष, बुजुर्ग हर कोई बढ़-चढक़र हिस्सा लेंगे और नगर कीर्तन को सफल बनाने का कार्य करेंगे. यह 553वां प्रकाशोत्सव है. इस उपलक्ष्य में निकलने वाले नगरकीर्तन के पुख्ता ट्रैफिक कंट्रोल को लेकर सेंट्रल सिख नौजवान सभा ने की है.
फटाखा फोडऩे और रैश ड्राइविंग पर रोक
नगरकीर्तन को सुचारु रूप से संचालन में सहयोग करे ताकि नगरकीर्तन को समय से आरम्भ कर समय पर समाप्त करने की तैयारी है. सदस्यों को बुलेट से फटाखा फोडनेवालों, स्टंटबाजी और रैश ड्राइविंग करने वालों पर विशेष नजर रखने को कहा है ताकि संगत को किसी प्रकार की परेशानी न हो.
ट्रैफिक कंट्रोल की भी विशेष व्यवस्था
नगरकीर्तन के दौरान सबसे आगे ट्रैफिक कंट्रोल की जिम्मेदारी टिनप्लेट और बिरसानगर यूनिट को दी गयी जबकि पालकी साहिब के पीछे दांयी तरफ रस्से की सेवा जुगसलाई यूनिट और बांयी तरफ आजादबस्ती यूनिट करेगी. नगरकीर्तन के साइड कंट्रोलिंग में दायीं तरफ साकची, कीताडीह, मानगो और रिफ्यूजी कॉलोनी जबकि बांयी तरफ संतकुटिया, बर्मामाइंस, सरजामदा तथा गम्हरिया के युवक करेंगे.
पालकी साहिब की होगी पूरी निगरानी
पालकी साहिब के निगरानी की जिम्मेदारी दांयी तरफ टेल्को, बारीडीह, मनीफिट और गोलपहाड़ी जबकि बांयी तरफ सोनारी, नामदा बस्ती और टुइलाडूंगरी तथा ठीक आगे बर्मामाइंस यूनिट पर होगी. नगरकीर्तन के अंतिम छोर पर कदमा यूनिट की युवक सफाई कार्य में सेवा देंगे. महत्वपूर्ण रूप से व्यापक तौर पर हरविंदर सिंह, बलजीत संसोआ और जितेंदर सिंह शालू पुरे नगर कीर्तन में आगे से लेकर पीछे तक पूरी देख-रेख संभालेंगे. नौजवान सभा के प्रधान सतबीर सिंह गोल्डू ने नौजवानो से अपील की है कि नगरकीर्तन को अनुशासित और सम्मानित तरीके से निकालने में अपना सहयोग दें.
प्रभातफेरी के साथ आयोजन की तैयारी
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी साकची समेत विभिन्न गुरुद्वारों द्वारा निकाली जा रही प्रभातफेरी में बच्चे, बुजुर्ग व महिलाओं ने पूरे उत्साह के साथ अपनी भागीदारी निभा रहे हैं. प्रभातफेरी में गुरु महाराज के सम्मान में शब्द-कीर्तन करते हुए श्रद्धालुओं ने अहले सुबह गली-गली से गुजरकर वातावरण बना हुआ है. गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी, सिख नौजवान सभा साकची, सिख स्त्री सत्संग सभा साकची, सुखमणि साहिब कीर्तन जत्था तथा समूह संगत अपनी अपनी तैयारियों में जुटे हैं ताकि 8 नवंबर के आयोजन को भव्य और सफल बनाया जा सके.
पालकी साहब की खास होगी साज सज्जा
गुरुग्रंथ साहब के लिए पालकी साहब को इस बार भी खास तौर पर सजाया संवारा जाएगा. गुरुग्रंथ साहब को जुगसलाई गुरुद्वारा में पालकी साहब में ससम्मान रख कर नगर कीर्तन के साथ साकची लाया जाएगा. गुरुग्रंथ साहब साकची गुरुद्वारा में ही रहता है. यहां से उसे पालकी साहब के साथ जुगसलाई ले जाया जाएगा और नगर कीर्तन के साथ साकची गुरुद्वारा पहुंचाया जाएगा.
तीन वर्ष बाद आयोजन सो खूब है उत्साह
इस बार आयोजन को लेकर सिख समुदाय में प्रकाश पर्व के नगर कीर्तन को लेकर बेहद उत्साह है. कोविड की वजह से तीन वर्षों तक नगर कीर्तन नहीं हो पाया था. इस बार यह आयोजन भव्य तरीके से किया जा रहा है.
बारीडीह गुरुद्वारा में बदला गया चोला
बारीडीह गुरुद्वारा में सौ फीट ऊंचे निशान साहिब का चोला बदला गया और जगजीत सिंह जग्गी ने सेवा निभाई. इससे पहले दरबार हॉल एवं निशान साहब को दूध से धोया गया. स्त्री सत्संग सभा की बीबी बलविंदर कौर बीबी मनजीत कौर बीबी निर्मल कौर बीबी मनदीप कौर बीबी निर्मल कौर का जत्था सत्संग का प्रवाह चलाता रहा. वहां पहुंचे झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह ने सभी को गुरु पर्व की बधाई दी और सभी को नगर कीर्तन में शामिल होने का आग्रह भी किया.
संगत की ओर से चेयरमैन करतार सिंह, ट्रस्टी एवं कोषाध्यक्ष बलविंदर सिंह, महासचिव सुखविंदर सिंह, सलाहकार अवतार सिंह एवं ट्रस्टी अमरजीत सिंह ने सिरोपा देकर सम्मानित किया. गुरु घर के वजीर बाबा निरंजन सिंह ने सतविंदर सिंह एवं सुखदेव सिंह को सिरोपा देकर सम्मानित किया. मंच का संचालन महासचिव सुखविंदर सिंह ने किया और उन्होंने स्त्री सत्संग सभा की बीबीयों एवं धार्मिक स्कूल के बच्चों को नगर कीर्तन में शामिल होने के लिए सफेद वस्त्र एवं सफेद दुपट्टा तथा सफेद दस्तार धारण करने का अनुरोध किया. उन्होंने बताया कि मंगलवार को भोग के उपरांत कीर्तन दरबार, शब्द विचार होंगे एवं लंगर बांटा जाएगा. इस मौके पर प्रधान कुलविंदर सिंह, बलदेव सिंह, प्रदीप सिंह, जयमल सिंह, गुरदीप सिंह, जगबीर सिंह जग्गी सहित कई श्रद्धालु उपस्थित थे.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।