उदित वाणी जमशेदपुर: टाटानगर रेलवे अस्पताल में मरीजों को खाना नहीं मिलने का मामला गरमा गया है. अब इस मामले को रेलवे बोर्ड के पीएनएम में उठाने की तैयारी चल रही है. इस मामले के साथ बंडामुंडा अस्पताल से एंबुलेंस का संचालन बंद होने का भी मुद्दा जुड़ा हुआ है. इस मुद्दे को भी रेलवे बोर्ड की पीएनएम में उठाने की तैयारी है. इसकी पुष्टि नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे के सहायक महासचिव एसआर मिश्रा ने भी की है. उनके मुताबिक रेलवे बोर्ड में 15 और 16 जुलाई को पीएनएम होनी है. इसमें चक्रधरपुर मंडल की दो समस्याओं को एजेंडे के रुप में शामिल किया गया है. वैसे टाटानगर अस्पताल में भी एक बार एंबुलेंस सेवा को बंद किया गया था. हालांकि, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की पहल रेल कर्मचारियों के लिए दोबारा उस सुविधा की शुरुआत कर दी गई थी, लेकिन इस बार मामला उससे थोड़ा उलट है. इसी को लेकर मामले को रेलवे बोर्ड में उठाने की तैयारी की गई है.
फंड की कमी बनी समस्या
बताया जाता है कि मामला फंड की कमी से जुड़ा हुआ है. इस कारण रेल कर्मचारियों के समक्ष अजीबो-गरीब परेशानी उत्पन्न हो गई है. मई के दूसरे सप्ताह से ही एक ओर बंडामुंडा रेलवे अस्पताल से एंबुलेंस का संचालन बंद है, दूसरी ओर कैंटीन संचालक को भुगतान नहीं होने के कारण टाटानगर रेलवे अस्पताल में भर्ती मरीजों को नाश्ता से लेकर खाना तक नहीं पा रहा है. नतीजन मरीज बाहर से नाश्ता और खाना मंगवाने पर विवश हैं. यह उनके लिए काफी महंगा साबित हो रहा है.
चक्रधरपुर मुख्यालय में उठ चुका है मुद्दा
मेंस कांग्रेस की ओर से यह मुद्दा चक्रधरपुर मंडल मुख्यालय में उठाया जा चुका है. उसके बाद मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने जल्द व्यवस्था में सुधार का आश्वासन भी दिया था. बावजूद इसके मरीजों की समस्या जस का तस बना हुआ है.
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