उदित वाणी, जमशेदपुर: मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज (एमटीएमसी) के आउटरीच विभाग के तत्वावधान में सोमवार को डॉ. टी.एम.ए. पाई हॉल में अंगदान और प्रत्यारोपण विषय पर एक प्रेरणादायक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का नेतृत्व देश के जाने-माने कानूनी विशेषज्ञ एवं अंगदान के प्रबल समर्थक एडवोकेट प्रशांत अजमेरा और उनकी टीम ने किया. उन्होंने छात्रों, चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को अंगदान से जुड़े कानूनी, नैतिक और प्रक्रियात्मक पहलुओं की गहन जानकारी दी.
मानवता की सेवा है अंगदान
एडवोकेट प्रशांत अजमेरा एवं हिमाली अजमेरा ने अंगदान के महत्व, इसकी प्रक्रिया की सरलता और इससे जुड़े मिथकों को तोड़ने की दिशा में विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कहा कि अंगदान केवल एक दान नहीं, बल्कि यह किसी को नया जीवन देने का माध्यम है और हर व्यक्ति को इसमें अपनी भूमिका निभानी चाहिए.
छात्रों की भागीदारी और जागरूकता
इस इंटरैक्टिव सत्र में छात्रों ने खुलकर सवाल पूछे और अंगदान को लेकर अपनी जिज्ञासाएं व भ्रांतियां दूर कीं. प्रतिभागियों को अंगदाता बनने की शपथ दिलाई गई और उन्हें अपने समुदाय में इस संदेश के प्रसार के लिए प्रेरित किया गया. इस अवसर पर एमटीएमसी के डीन डॉ. जी प्रदीप कुमार, निदेशक डॉ. राजीव द्विवेदी, आईएएस अधिकारी दीपांकर चौधरी, आउटरीच विभाग प्रमुख डॉ. महेश्वर प्रसाद सहित कॉलेज के संकाय सदस्य और लगभग 150 छात्र उपस्थित रहे.
स्वास्थ्य जागरूकता को जन आंदोलन बनाने की दिशा में कदम
कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य अंगदान के प्रति समाज में सकारात्मक सोच एवं जागरूकता का विकास करना और इसे राष्ट्रीय व वैश्विक स्वास्थ्य प्राथमिकताओं के अनुरूप एक जन आंदोलन का स्वरूप प्रदान करना था.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।