the_ad id="18180"]
उदित वाणी, जमशेदपुर: जमशेदपुर वर्कर्स महाविद्यालय के आईक्यूएसी सेल, इंग्लिश विभाग एवं सांस्कृतिक प्रकोष्ठ द्वारा एक ऑनलाइन कविता पाठ कार्यक्रम बोल कि लब आजादा हैं तेरे का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में सभी का स्वागत इंग्लिश विभागाध्यक्ष प्रो. प्रीतिबला सिन्हा ने किया. महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ. सत्यप्रिय महालिक ने कविता को मानव मन की सच्ची अभिव्यक्ति बताते हुए कहा कि प्रकृति की प्रत्येक वस्तु हम सभी को प्रभावित करती है, इनकी सरस आत्मानुभूति की सरल शब्दों अभिव्यक्ति कविता के रूप में प्रवाहित होती है. प्रो. प्रीतिबाला सिन्हा ने अलेक्जेंडर पॉप की कविता ओड ऑन सोलिट्यूड का पाठ किया. आई क्यूएसी सेल प्रभारी प्रो. प्रियंका ने स्वरचित कविता मेरी मां मेरे जैसी है का पाठ किया. इस अवसर पर हिंदी विभाग से प्रो. सुदेशना बनर्जी ने रामधारी सिंह दिनकर की कविता समर शेष है एवं प्रो. हरेन्द्र पंडित ने स्वरचित कविता बोल कि लब आजाद हैं तेरे’ प्रस्तुत किया. प्रो. लक्ष्मी कुमारी ने निर्मला पुतुल की कविता दामिनी का पाठ किया. इस कार्यक्रम में प्रो. मोनीदीपा दास, प्रो. मीनाक्षी ने भी कविता पाठ किया. विद्यार्थियों में फराहा नाज, रिया, प्रियंका गुप्ता व अन्य ने इस कार्यक्रम में कविता प्रस्तुत किए. कार्यक्रम का संचालन आईक्यूएसी सेल सह संस्कृतिक प्रकोष्ठ की कॉर्डिनेटर प्रो. प्रियंका ने किया.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।
Advertisement
<