- हर कर्मचारी साल में 8 घंटा समाज पर खर्च करें-चाणक्य चौधरी
उदित वाणी, जमशेदपुर: टाटा स्टील की ओर से बुधवार को पुरी में तीन दिनी सेमिनार का शुभारंभ हुआ, जिसमें अपनी पृथ्वी, अपने समाज और अपना उतरदायित्व पर चर्चा हुई. सेमिनार में बोलते हुए टाटा स्टील के वीपी कारपोरेट सर्विसेस चाणक्य चौधरी ने सामाजिक प्रभाव के बदलते परिदृश्य और सीएसआर की नई भूमिका के बारे में बात की. उन्होंने यूनियन से आग्रह किया कि वह कर्मचारियों को एक वर्ष में 8 घंटे स्वेच्छा से खर्च करने के लिए कहें, वर्तमान में यह 1.5 घंटे है.
जलवायु परिवर्तन बड़ी चुनौती-संजीव पॉल
टाटा स्टील के वीपी सेफ्टी संजीव पॉल ने स्थिरता (सस्टेनेबिलिटी) के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि कैसे हम कार्बन की तीव्रता और जलवायु परिवर्तन के कारण बड़े पैमाने पर विलुप्त होने के कगार पर हैं. वीपी एचआरएम आत्रेयी सान्याल ने एजिलिटी (चपलता) और प्रकटीकरण के बारे में बात की. वह लीडर के व्यवहार में विविधता और पारदर्शिता पर जोर दिया. यह भी कहा कि यूनियन का समझौता इंट्रानेट पर होना चाहिए ताकि हम यह बता सकें कि हम क्या कर रहे हैं.
टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी ने विभिन्न प्रकार के नेतृत्व पर भाषण दिया. कहा हमें मंकी लीडर को पसंद नहीं करना चाहिए. सोमेश बिश्वास ने स्थिरता यात्रा के बारे में बताया. अमित रंजन ने वायु और जल प्रदूषण पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया. अंत में जुबिन पालिया ने द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव दिया. मौके पर संतोष महतो, ट्रस्टी, गांधी लेबर फाउंडेशन एवं सचिव राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर और जया पांडा, प्रमुख, एसएनटीआई मौजूद थे.
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