उदित वाणी, जमशेदपुर: दिल्ली रिसाइकिल प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली ने लीथियम आयन बैटरी की पुनर्चक्रण तकनीक के लिए सीएसआईआर एनएमएल के साथ शुक्रवार को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया. लिथियम, कोबाल्टस मैग्नीज, निकेल, एल्युमिनियम और ग्रेफाइट के धातु और लवण को पुनर्प्राप्त करने के लिए लिथियम आयन बैटरी के पुनर्चक्रण के प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के लिए समझौता ज्ञापन किया गया था.
इस दिशा में शुक्रवार 22 जुलाई को एमओयू के तहत इस तकनीक का प्रदर्शन सीएसआईआर-नेशनल मेटलर्जिकल लेबोरेटरी जमशेदपुर में किया गया. सीएसआईआर-एनएमएल ने कई तकनीकों को एक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय उद्योगों और अनुसंधान संगठनों को हस्तांतरित किया है.
रिसाइकिल प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली, एलआईबी को संसाधित करेगा और अलौह धातुओं जैसे लीथियम, कोबाल्ट, मैग्नीज,अल्युमिनियम और निकेल को निकालेगा और इसका एक हिस्सा शून्य अपशिष्ट अवधारणाओं के आधार पर इसमें मौजूद सभी सामग्रियों को रिसाइकल करेगा.
डॉ. इंद्रनील चट्टोराज, निदेशक सीएसआईआर-एनएमएल, डॉ. संजय कुमार, विभागाध्यक्ष, डॉ. मनीष कुमार झा, प्रोजेक्ट लीडर, डॉ. झुमकी हैट, सह-प्रोजेक्ट लीडर और शोधकर्ताओं का एक समूह डॉ. पंकज कुमार चौबे डॉ. रेखा पांडा, ओम शंकर दिनकर, डॉ. एस. के. पाल, प्रमुख, आरपीबीडी और डॉ. बीना कुमारी प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के दस्तावेजीकरण करवा रहे हैं.
निदेशक सीएसआईआर-एनएमएल, डॉ इंद्रनील चट्टोराज कहते हैं, “हाल के दिनों में एनएमएल ने भारतीय कंपनी को कई स्वदेशी प्रौद्योगिकी हस्तांतरित की है और उम्मीद है कि भविष्य में हम भारत को ई-कचरा मुक्त समाज बनाने के लिए और अधिक स्थानांतरित कर सकते है.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।