उदित वाणी, जमशेदपुर: झारखंड की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में ख्याति प्राप्त जमशेदपुर एक बार फिर रंगमंचीय गतिविधियों का केंद्र बन चुका है. यहां सांस्कृतिक कार्य निदेशालय (पर्यटन कला संस्कृति खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग, झारखंड सरकार) और पथ पीपुल्स एसोसिएशन फॉर थियेटर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 21 दिवसीय निःशुल्क नाट्य कार्यशाला अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है. इस कार्यशाला के प्रतिभागियों में विशेष उत्साह देखा जा रहा है.
कार्यशाला का उद्देश्य: रंगमंच की नई पीढ़ी तैयार करना
इस कार्यशाला का उद्देश्य युवाओं को रंगमंच की बारीकियों से परिचित कराना, उन्हें सृजनात्मकता और आत्मविश्वास से परिपूर्ण करना, और भावी रंगकर्मियों की एक नई पीढ़ी को तैयार करना है. कार्यशाला में प्रतिभागियों को रंगमंच की विविध तकनीकों, अभिनय शैलियों, मंचीय अनुशासन, संवाद अदायगी, चरित्र निर्माण और भावाभिव्यक्ति जैसे महत्वपूर्ण आयामों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
रंगकर्मी राम चंद्र मार्डी और मुख्य प्रशिक्षक मोहम्मद निजाम का मार्गदर्शन
कार्यशाला के उन्नीसवें दिन शहर के वरिष्ठ रंगकर्मी राम चंद्र मार्डी और मुख्य प्रशिक्षक मोहम्मद निजाम ने रंगमंच की गतिविधियों को गति प्रदान की. उन्होंने प्रतिभागियों को अभिनय कौशल में निखार लाने की दिशा में मार्गदर्शन दिया और साथ ही उन्हें टीम भावना, आत्म-अनुशासन और समर्पण जैसे मूल्यों के प्रति भी जागरूक किया.
समाज और समय को समझने का माध्यम है नाटक
झा. य. डा. के क्षेत्रीय निदेशक दिनेश रंजन ने कहा, “नाटक केवल मंच पर अभिनय नहीं, बल्कि समाज और समय की गहराइयों को समझने और व्यक्त करने का माध्यम है. ऐसी कार्यशालाएं नई प्रतिभाओं को दिशा देने का कार्य करती हैं.”
रचनात्मक सोच और नेतृत्व क्षमता को प्रोत्साहन
श्रीनाथ यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति और पथ नाट्य संस्था के अध्यक्ष सुखदेव महतो ने कहा, “इस तरह के प्रशिक्षण शिविर युवाओं को रचनात्मक सोच, आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता से परिपूर्ण करते हैं. निरंतर अभ्यास और लगन से युवा रंगमंच को करियर के रूप में अपनाकर समाज में सार्थक योगदान दे सकते हैं.”
भव्य समापन समारोह का आयोजन 4 मई को
कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों ने विभिन्न दृश्य प्रस्तुतियाँ, सजीव अभिनय अभ्यास, और समूह गतिविधियों के माध्यम से रंगमंच के अनुभव को आत्मसात किया है. प्रशिक्षकों की मेहनत और प्रतिभागियों की लगन से यह कार्यशाला उल्लेखनीय उपलब्धियाँ प्राप्त कर रही है. कार्यशाला का भव्य समापन समारोह 4 मई, 2025 को रविंद्र भवन, जमशेदपुर में आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रतिभागी अपनी प्रतिभा का जीवंत प्रदर्शन करेंगे. नाटक का मंचन शाम 6 बजे से आरंभ होगा. यह प्रस्तुति कार्यशाला के दौरान अर्जित रंगमंचीय अनुभवों और अभ्यासों का प्रतिफल होगी.
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