उदित वाणी, जमशेदपुर: केक कटिंग से शुरू हुआ 2023 टाटा समूह की कंपनियों के लिए चुनौतियों भरा होगा. इस साल कंपनियों में कॉस्ट कटिंग से लेकर कार्बन उत्सर्जन की कटिंग पर ज्यादा जोर रहेगा. टाटा समूह के प्रमुख एन चन्द्रशेखरन ने कहा कि वैश्विक मंदी को देखते हुए 2023 साल टाटा समूह के लिए भी चुनौतियों भरा होगा. लेकिन हम इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है. उन्होंने यूरोप में इनर्जी क्राइसिस के साथ ही वैश्विक स्तर छायी मंदी और बिगड़ते भौगोलिक राजनीतिक हालात की ओर इशारा करते हुए कहा है कि 2023 में टाटा समूह की कंपनियों का परफॉर्मेंस संभव हो, उम्मीद के अनुरूप नहीं हो. लेकिन उन्होंने कहा कि 2022 साल टाटा समूह के लिए मील का पत्थर रहा है. इस साल हमने एयर इंडिया का न केवल अधिग्रहण किया बल्कि टाटा नियो को लांच किया. यही नहीं टाटा मोटर्स ने एक कैलेंडर ईयर में पांच लाख पैसेंजर कार को बेचकर नया कीर्तिमान बनाया. अच्छी बात यह है कि टाटा मोटर्स के इलेक्ट्रिक कार की मांग बढ़ रही है. लेकिन उन्होंने इन्फ्लेशन के बढ़ने पर चिंता भी जाहिर की है और कहा है कि इससे देश में महंगाई बढ़ सकती है.
एआई को तेजी से अपना रहे
चन्द्रशेखरन ने कहा कि टाटा समूह अपनी वैश्विक उपस्थिति दर्ज करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलाजेन्स (एआई) को तेजी से अपना रहा है. हमारा जोर सस्टेनेबिलिटी पर भी है. हम तीन मोर्चों पर काम कर रहे हैं. कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए हमारा लक्ष्य 2045 तक कार्बन इमिशन को नेट जीरो करने का है. हमारा जोर सर्कुलर इकोनोमी पर रहेगा, ताकि हम संसाधनों को रिसाइकल कर उसे दोबारा इस्तेमाल के योग्य बना सके. हम अपनी जर्नी में जैव विविधता का भी ध्यान रखना चाहते हैं ताकि पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं हो. टाटा स्टील भी 2023 में टिनप्लेट और ट्यूब में निवेश करेगा. टिमकेन ने भी अपने उत्पाद लक्ष्य में 10 फीसदी की बढ़ोतरी किया है. न्यूवोको ने सेफ्टी पर जोर दिया है.
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