वर्कर्स कॉलेज में आध्यात्मिक शिक्षा द्वारा नैतिक मूल्यों का सृजन विषय पर मंथन
उदित वाणी, जमशेदपुर: वर्कर्स कॉलेज जमशेदपुर में गुरुवार को किशोरावस्था में आध्यात्मिक शिक्षा द्वारा नैतिक मूल्यों का सृजन विषय पर मंथन किया गया. मौका था कॉलेज में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित व्याख्यानमाला श्रृंखला का. गुरुवार को इस शृंखला का 15वां अध्याय था.
व्याख्यान में मुख्य वक्ता रूप में जमशेदपुर विमेंस कॉलेज के एमएड विभाग की प्राध्यापक डॉ. कुमारी अनुराधा ने संबोधित किया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान की नई शिक्षा नीति अध्यात्मिक शिक्षा को बल देती है. निश्चित रूप से यह नीति आने वाले दिनों में नए भारत एवं युवा भारत में नैतिक मूल्यों का समावेश करेगा और एक दिन हमारा भारत निश्चितरूपेण समृद्धशाली और विश्व गुरु बनाएगा.
वर्तमान समय में देखा जाए तो ऐसे कई प्रसंग देखने को मिलते हैं जहां बड़े से बड़े पदों पर आसीन लोग अनैतिक रुप से भ्रष्ट आचरण कर रहे हैं. स्वार्थ की लौलुपता में डूबे हुए हैं. ऐसा कहीं न कहीं उनमें नैतिक मूल्यों के पतन के फलस्वरुप ही होता है. अतः वर्तमान समय में हमारे पाठ्य सामग्री में नैतिक मूल्यों का समावेश होना वर्तमान समय की आवश्यकता है.
कॉलेज के प्राचार्य डॉ सत्यप्रिय महालिक ने व्याख्यानमाला शृंखला का उद्घाटन करते हुए अपने स्वागत वक्त में मुख्य वक्ता डॉ. कुमारी अनुराधा का स्वागत किया. उन्होंने व्याख्यानमाला शृंखला के सोलहवें अध्याय की रुपरेखा भी प्रस्तुत की. कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन भवेश कुमार ने एवं धन्यवाद ज्ञापन संस्कृत विभाग की अध्यक्षा डॉ. लाडली कुमारी ने किया. इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक, प्रधान लिपिक, शिक्षकेत्तर कर्मी, छात्र प्रतिनिधि सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे.
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