उदित वाणी, जमशेदपुर: कांग्रेस के विधायक दल के वरिष्ठ नेता सह झारखण्ड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम ने शुक्रवार को बाजार शुल्क विधेयक को विधानसभा में पेश नहीं करने का आश्वासन दिया. उन्होंने झारखण्ड के व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों से वार्ता के दौरान यह आश्वासन दिया. इस बारे में उन्होंने झारखण्ड सरकार के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव एवं कृषि मंत्री बादल पत्रलेख से चर्चा की. आलम ने व्यापारियों से आंदोलन का वापस लेने का आग्रह किया. इस आग्रह के बाद व्यापारियों ने आंदोलन को वापस लेने का फैसला लिया. उल्लेखनीय है कि झारखंड सरकार द्वारा 24 मार्च को झारखण्ड विधानसभा में कृषि उत्पादन बाजार समिति पर दो प्रतिशत बाजार शुल्क लगाने का विधेयक प्रस्तावित किया गया था. इस बिल को पास करवाने हेतु झारखण्ड के राज्यपाल के पास भेजा गया था.
चैंबर ने मामले को उठाया
सिंहभूम चैम्बर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री ने इस मामले को उठाया और इसके लिए कोल्हान के जनप्रतिनिधि विधायकों को चैम्बर में आमंत्रित कर इस पर चर्चा की और इसे वापस लेने हेतु झारखण्ड सरकार पर दबाव बनाने का आग्रह किया. राज्य के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, संबंधित विभाग के सचिवों को पत्र प्रेषित कर इस विधेयक से होने वाले नुकसान से अवगत कराते हुए इसे वापस लेने का आग्रह किया गया. रांची जाकर झारखण्ड के राज्यपाल रमेश बैस से विस्तृत चर्चा की गई. इसके बाद काला बिल्ला लगाकर व्यापारियों द्वारा सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया एवं उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना भी दिया गया था. लेकिन व्यापारियों की इस चरणबद्ध आंदोलन का सरकार पर कुछ भी असर होता नहीं देख व्यापारियों ने प्रदेश स्तरीय बैठक का आयोजन कर निर्णय लिया कि अगर सरकार 15 मई, 2022 तक कोई पहल नहीं करती है तो खाद्यान्न व्यावसायी 16 मई से खाद्यान्न का आवक बंद करते हुये कोई भी माल नहीं मंगायेंगे.
बैठक में ये थे मौजूद
बैठक में चैम्बर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका, मानद महासचिव मानव केडिया, उपाध्यक्ष नितेश धूत, मुकेश मित्तल, महेश सोंथालिया, सचिव अनिल मोदी, भरत मकानी, पीयूष चौधरी, कोषाध्यक्ष किशोर गोलछा, व्यापार मंडल के दीपक भालोटिया, करण ओझा, रामू देबुका, अनंत मोहनका, भीमसेन शर्मा, गिरधारीलाल शर्मा, मनोज अगीवाल, सुरेश गोयल, दिलीप कुमार अग्रवाल पप्पू, आशीष शर्मा, चन्द्रप्रकाश शुक्ला, सुरेश गोयल, महेश अग्रवाल संघी, राजेश अग्रवाल राजू, मनोज अगीवाल, विजय अग्रवाल, इत्यादि उपस्थित थे.
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