
उदित वाणी, जमशेदपुर: शहर के स्कूल-कॉलेजों में गुरुवार को सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन की खबर से शोक की लहर दौड़ गई. स्कूलों से लेकर कॉलेजों तक में शोक सभा का आयोजन किया गया.
कुछ शिक्षण संस्थानों ने तो राजकीय शोक के साथ अपने संस्थानों को भी दो दिनों तक बंद रखने का निर्णय लिया। शिक्षा मंत्री को उनके सौम्य व्यवहार और शिक्षण व्यवस्था को बेहतर बनाने की उनकी कोशिशों के लिए याद किया गया.
श्रीनाथ विश्वविद्यालय में शोकसभा
श्रीनाथ विश्वविद्यालय में झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के आकस्मिक निधन पर गुरुवार को शोकसभा की गई. इसमें श्रीनाथ विवि तथा श्रीनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन के सभी विद्यार्थी तथा सहायक प्राध्यापक उपस्थित थे.
सभी ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा. शोकसभा की समाप्ति पर श्रीनाथ विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति गुरुदेव महतो ने कहा कि यह झारखंड के लिए एक अपूरणीय क्षति है. कुलपति डॉ. गोविंद महतो ने कहा कि हमारे शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो के इस तरह से चले जाने से आज पूरा झारखंड स्तब्ध है और झारखंड ने आज अपना एक लोकप्रिय नेता खो दिया है.
अरका जैन विवि में शिक्षा मंत्री के निधन पर दो दिन का अवकाश
अरका जैन विवि ने शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन पर शोकसभा कर श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद विवि में दो दिन का अवकाश घोषित किया गया.
शोकसभा में कुलपति प्रो. एसएस रजी, निदेशक अमित कुमार श्रीवास्तव, निदेशक-परिसर सह छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ. अंगद तिवारी, कुलसचिव सह सभी संकायाध्यक्ष, विभगाध्यक्ष, शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारी शामिल थे. कुलपति ने कहा कि जगरनाथ महतो झारखंड की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए काफी गंभीर थे.
निदेशक अमित श्रीवास्तव ने कहा कि जगरनाथ महतो ने व्यक्तिगत रुचि के साथ विभाग और मंत्रालय के लिए काम किया और व्यवस्था में सुधार के लिए अथक प्रयास किया.
शिक्षा मंत्री को एलबीएसएम कॉलेज में श्रद्धांजलि दी
एलबीएसएम कॉलेज के वर्चुअल सभागार में शिक्षा मंत्री के आकस्मिक निधन पर शोकसभा का आयोजन किया गया. सभी शिक्षकों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. शोकसभा को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. अशोक कुमार झा ने कहा कि जगरनाथ महतो एक जनपक्षधर विधायक और झारखंड में शिक्षा के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध मंत्री थे.
शिक्षा के प्रश्न को उन्होंने राजनीतिक विचारधारा से बड़ा प्रश्न समझा था. झारखंड में शिक्षा के मामले में केंद्र और सरकार के बीच कोई टकराव की स्थिति नहीं बनी तो इसका श्रेय उनको ही जाता है.
शोकसभा में डॉ. विनय कुमार गुप्ता, डॉ. मौसमी पाल, डॉ. पुरषोत्तम, डॉ. बिनोद कुमार, डॉ. अजय वर्मा, डॉ. विजय कुमार, डॉ. ऋतु, डॉ. जया कच्छप, डॉ. शबनम, डॉ. सुधीर सुमन, प्रो. मोहन साहू, प्रो. सलोनी रंजने, डॉ. प्रशांत, डॉ. प्रमिला, डॉ. रानी, डॉ. संतोष आदि उपस्थित थे.
करीम सिटी कॉलेज में शोक
जमशेदपुर। झारखंड राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के आकस्मिक निधन पर करीम सिटी कॉलेज के सभागार में शोक सभा आयोजित की गई जिसमें सभी संख्याओं के शिक्षक तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया.
सभा में दिवंगत नेता के लिए 2 मिनट का मौन धारण किया गया तथा उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई. इस अवसर पर प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज ने सभा को बताया कि आज हमने अपने प्रदेश के शिक्षा मंत्री तथा एक लोकप्रिय नेता को खो दिया है. वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे.
बेहतर इलाज के लिए उन्हें चेन्नई ले जाया गया था वही इलाज के दौरान ही आज प्रातः 6:30 उनका निधन हो गया. महतो ने झारखंड की शिक्षा व्यवस्था में एक नई जान डाली तथा शिक्षा के प्रति अपनी श्रद्धा समर्पित की। महतो लंबे समय तक याद किए जाते रहेंगे.
अल्पसंख्यक माध्यमिक शिक्षक संघ ने दी श्रद्धांजलि
झारखंड अल्पसंख्यक माध्यमिक शिक्षक संघ पूर्वी सिंहभूम की ओर से झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन पर शोक संवेदना प्रकट करते हुए शोकसभा की गई.
इसमें संघ के सभी पदाधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी और उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. इसमें कहा गया कि मंत्री का व्यवहार अल्पसंख्यक विद्यालयों के प्रति सकारात्मक रहा है, उनकी सरलता एवं सहजता को याद किया गया. झारखंड प्रदेश में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने में शिक्षा मंत्री के योगदान को याद किया गया.
इनका निधन अल्पसंख्यक माध्यमिक शिक्षक एवं शिक्षकेतरकर्मियों के लिए अपूरणीय क्षति है. सभा में संघ के अध्यक्ष शशिभूषण दुबे, उपाध्यक्ष पलविंदर सिंह, अनुराधा कुमारी, सचिव नागेश्वर प्रसाद, संयुक्त सचिव शिशु लाल महतो, कोषाध्यक्ष रंजीत कौर गिल एवं राज्य कार्यकारिणी सदस्य रेशमा जबीन आदि उपस्थित थे.
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