उदित वाणी, जमशेदपुर: राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर, सिदगोड़ा स्थित द डिस्को टेक्निकल प्रोविजनल एसोसिएशन लाइब्रेरी में 12 जनवरी को मजमा 2025 का आयोजन किया जा रहा है. यह महोत्सव स्वामी विवेकानंद की 161वीं जयंती और भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ को समर्पित है.
युवाओं को संवैधानिक मूल्यों और वैज्ञानिक चिंतन से जोड़ने की पहल
इस महोत्सव का उद्देश्य युवाओं को संवैधानिक मूल्यों, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, और रचनात्मक कौशल विकास को अपनाने के लिए प्रेरित करना है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से छात्रों और युवाओं के लिए डिजाइन किया गया है, ताकि वे अपने विचार साझा कर सकें, रचनात्मक क्षेत्रों में करियर की संभावनाओं का पता लगा सकें और सामूहिक रूप से सीखने और बढ़ने का अवसर प्राप्त कर सकें.
कार्यक्रम की मुख्य गतिविधियाँ
युवा संवाद: संवैधानिक मूल्यों और वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर चर्चा.
प्रदर्शनियां: अभिनय, चित्रकला, मूर्तिकला, पत्रकारिता और सामाजिक कार्य जैसे रचनात्मक क्षेत्रों में करियर के विकल्पों का प्रदर्शन.
खुला मंच (ओपन माइक): युवाओं को अपने विचार, कविताएँ और रचनात्मकता प्रस्तुत करने का अवसर.
इंटरएक्टिव सत्र: विशेषज्ञों के साथ संवाद और कौशल विकास पर कार्यशालाएँ.
खेल और गतिविधियाँ: टीम निर्माण और मनोरंजन के उद्देश्य से विशेष आयोजन.
तर्कशीलता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने का प्रयास
महोत्सव के आयोजक अंकुर शाश्वत ने कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवाओं को संविधान के अनुच्छेद 51A(h) के तहत वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने, अंधविश्वासों को दूर करने और तर्कशील चिंतन को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करना है.
पर्यावरण संरक्षण पर विशेष सत्र
उन्होंने यह भी बताया कि अनुच्छेद 51A(g) के तहत पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन पर जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे.
शहरवासियों से सहभागिता की अपील
आयोजकों ने शहर के सभी विचारशील युवाओं, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ताओं और मीडिया प्रतिनिधियों से इस कार्यक्रम में भाग लेने और इसे सफल बनाने की अपील की है.
मजमा 2025 केवल एक महोत्सव नहीं, बल्कि युवाओं के लिए नए विचारों, रचनात्मक संभावनाओं और सामूहिक प्रगति का एक मंच है.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।