उदित वाणी, जमशेदपुर: जर्मनी के मैक्स, जो पिछले 20 महीनों से साइकिल पर विश्व यात्रा कर रहे हैं, आज जमशेदपुर पहुंचे. उनकी इस अद्वितीय यात्रा का उद्देश्य विभिन्न देशों के लोगों और संस्कृतियों से जुड़ना और उन्हें समझना है.
50 रुपए में रोजाना यात्रा खर्च
मैक्स ने अपनी यात्रा के दौरान रोजाना केवल 50 रुपए खर्च कर अपने लक्ष्य को साकार किया. वे मानते हैं कि भारत दुनिया का सबसे सहिष्णु देश है. हर राज्य “अतिथि देवो भव” की परंपरा को जीता है.
जमशेदपुर में गर्मजोशी से स्वागत
जमशेदपुर पहुंचने पर HRS Sports Club के खिलाड़ियों ने उनका स्वागत किया. मैक्स ने खिलाड़ियों के साथ अपने अनुभव साझा किए. उन्होंने बताया कि किस तरह साइकिलिंग ने उनके जीवन को बदल दिया.
छात्रों से प्रेरणादायक संवाद
इसके बाद मैक्स ने छात्रों से संवाद किया. उन्होंने शिक्षा और यात्रा के महत्व पर चर्चा की. साथ ही छात्रों को अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित किया.
अगली मंजिल जगन्नाथपुरी
मैक्स ने बताया कि उनकी अगली मंजिल जगन्नाथपुरी है, जहां वे संत प्रज्ञानंद जी से मुलाकात करेंगे. इसके अलावा, वे अपनी यात्रा और अनुभवों पर आधारित एक पुस्तक का जर्मन भाषा में अनुवाद करवाने की योजना बना रहे हैं.
मानवता और संस्कृति के आपसी जुड़ाव की मिसाल
मैक्स की यह यात्रा सिर्फ उनके साहस और धैर्य की कहानी नहीं है. यह विश्व संस्कृति और मानवता के आपसी जुड़ाव की मिसाल भी है. उनकी पहल युवाओं को प्रेरित करती है कि कठिनाइयों के बावजूद अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की कोशिश करें. उनके अनुभव बताते हैं कि यदि आप अपने दिल की आवाज सुनें और धैर्यपूर्वक निर्णय लें, तो हर चुनौती का सामना किया जा सकता है.
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