उदित वाणी, जमशेदपुर: देशभर में होली का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया और झारखंड के जमशेदपुर में भी लोग इस त्योहार के रंग में रंगे नजर आए। खासतौर पर मारवाड़ी समाज के लोगों ने वृंदावन की तर्ज पर राधाकृष्ण की झांकी के साथ होली खेली. इस दौरान झांकी में शामिल महिलाओं ने फिल्मी गीतों पर ठुमके भी लगाए, जिससे आयोजन में चार चांद लग गए. आयोजनकर्ता संजय सरायवाला ने बताया कि हम समाज के सभी लोगों के साथ मिलकर रंग उत्सव मनाते हैं. इस आयोजन में महिलाओं को सुरक्षित तरीके से सड़कों पर निकलकर होली का आनंद लेने का अवसर मिला है.
जुगसलाई में फूलों की होली का विशेष आयोजन
शहर के जुगसलाई क्षेत्र में कल्याण समिति की ओर से फूलों की होली का आयोजन किया गया. इस आयोजन में भारी संख्या में महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल हुए. राधाकृष्ण की झांकी के साथ वृंदावन की तर्ज पर होली का उत्सव मनाया गया. फूलों से सुसज्जित रथ पर राधारानी संग भगवान कृष्ण की जीवंत झांकी जुगसलाई के मुख्य मार्गों से भ्रमण करती हुई रामटेकरी मंदिर पहुंची.
भक्ति और रंग का संगम
होली के इस उत्सव में हजारों भक्त फूलों और इत्र के साथ होली खेलते हुए दिखाई दिए. कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण था मटकी फोड़ने की परंपरा, जो आयोजन में और भी आनंद और उल्लास लेकर आई. रामटेकरी मंदिर में आरती के बाद होली उत्सव की शुरुआत हुई.
महिलाओं का उत्साह और सामूहिक आयोजन
इस खास मौके पर महिलाओं ने होली के गीतों पर जमकर ठुमके लगाए, जबकि जगह-जगह झांकी का फूलों की वर्षा के साथ स्वागत किया गया. सभी एक-दूसरे को अबीर और गुलाल लगाकर होली की बधाई देते नजर आए.
सामाजिक एकता और पारंपरिक मान्यताएं
मानव कल्याण समिति के सदस्य संजय सरायवाला ने बताया कि पिछले कई सालों से वे वृंदावन की तर्ज पर होली मनाते आ रहे हैं. इस आयोजन में महिलाएं सड़कों पर निकलकर होली का आनंद लेती हैं. साथ ही सामाजिक व्यवस्था का ध्यान रखते हुए इस आयोजन में आज की पीढ़ी को भी शामिल कर अपनी परंपरा को जीवित रखा जाता है. उनका कहना था, “रंग न हो तो समाज बेरंग हो जाएगा, और इस तरह के आयोजनों से हम आपसी प्रेम और एकता को बढ़ाने का प्रयास करते हैं.”
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