उदित वाणी, जमशेदपुर: राष्ट्रीय सनातन संघठन (RSS) 12 जनवरी 2025 को झारखंड के जमशेदपुर में “माराथन फॉर सनातन” का आयोजन करेगा. यह आयोजन न केवल एक दौड़ है, बल्कि यह एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन की शुरुआत का प्रतीक है. इसका उद्देश्य सनातनियों को एकजुट करना और सनातनी धरोहर, मूल्यों और सहनशक्ति के बारे में जागरूकता फैलाना है.
माराथन क्यों?
यह माराथन सिर्फ शारीरिक दौड़ नहीं है, बल्कि यह सहनशक्ति, एकता और सनातन धर्म के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए एक सामूहिक प्रयास का प्रतीक है. यह आयोजन उन प्राचीन परंपराओं और मूल्यों को सुरक्षित रखने की आवश्यकता को उजागर करता है, जो आज की आधुनिक चुनौतियों के बीच जीवन्त हैं.
शक्ति का उत्सव
माराथन शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति को प्रकट करती है, जो सनातनी आदर्शों का अभिन्न हिस्सा हैं. यह आयोजन विभिन्न पृष्ठभूमियों से आने वाले प्रतिभागियों को एक साथ लाकर सनातनी संस्कृति और इसके आज के महत्व पर चर्चा को बढ़ावा देता है. यह माराथन आयु, लिंग और सामाजिक-आर्थिक सीमाओं से परे जाती है, और सनातनी समुदाय की सामूहिक पहचान को प्रबल बनाती है.
आयोजन की जानकारी
• तारीख: 12 जनवरी 2025
• स्थान: डायमंड पार्क, JRD टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के पास, जमशेदपुर, झारखंड
• विषय: “धर्म के लिए दौड़ो, एकता के लिए दौड़ो”
• प्रतिभागी: यह आयोजन सभी सनातनियों और समर्थकों के लिए खुला है, जिसमें विशेष श्रेणियाँ बच्चों, युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए निर्धारित की गई हैं.
• गतिविधियाँ: माराथन के अलावा सांस्कृतिक प्रदर्शन, योग प्रदर्शनी, और सनातनी साहित्य, कला व परंपराओं को प्रदर्शित करने वाले स्टॉल्स होंगे.
प्रतियोगिता मे कैसे ले भाग
इस मैराथन में भाग लेने ले दिए गए लिंक पर जा कर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद 400 रूपए की रजिस्ट्रेशन फीस भी देनी होगी.
link – https://marathon4sanatan.com/
जमशेदपुर का महत्व
जमशेदपुर एक औद्योगिक और सांस्कृतिक विविधता से भरपूर शहर है, जो इस राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरुआत के लिए एक आदर्श स्थान है. यह शहर सनातन धर्म के दर्शन के अनुसार परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत मिश्रण प्रस्तुत करता है – बदलाव को अपनाते हुए शाश्वत मूल्यों को बनाए रखना.
सनातनियों को एकजुट करने पर प्रभाव
यह आयोजन जाति, क्षेत्र और भाषा की सीमाओं को पार करके सनातनियों को एकजुट करेगा, जिससे सामूहिक पहचान की भावना को प्रोत्साहन मिलेगा. सनातन धर्म की समृद्ध धरोहर का उत्सव मनाते हुए, यह माराथन प्रतिभागियों को अपनी जड़ों पर गर्व करने के लिए प्रेरित करती है. जमशेदपुर से इस अभियान की शुरुआत होते हुए, यह आयोजन भारत के विभिन्न शहरों और कस्बों में समान पहलों के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा, जिससे समान विचारधारा वाले व्यक्तियों और संगठनों का एक मजबूत नेटवर्क स्थापित होगा. यह माराथन युवा पीढ़ी को एकजुटता, अनुशासन और सनातन धर्म को बनाए रखने की जिम्मेदारी के प्रति जागरूक करेगी.
भविष्य की योजनाएँ: माराथन आंदोलन का विस्तार
राष्ट्रीय सनातन संघठन “माराथन फॉर सनातन” को 2025 में भारत के छोटे, मध्यम और बड़े शहरों में आयोजित करने की योजना बना रहा है. प्रत्येक आयोजन में स्थानीय सांस्कृतिक थीम्स को शामिल किया जाएगा, ताकि यह आंदोलन क्षेत्रीय सनातनी समुदायों से जुड़ते हुए राष्ट्रीय एकता के व्यापक दृष्टिकोण में योगदान कर सके.
छोटे शहर – यहाँ स्थानीय भागीदारी को सक्रिय करने और सांस्कृतिक तथा सामाजिक मुद्दों को संबोधित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
मध्यम शहर – यहां क्षेत्रीय योगदानों को उजागर किया जाएगा, और स्कूलों, कॉलेजों व समुदाय के नेताओं को शामिल किया जाएगा.
बड़े शहर – यहां बड़े पैमाने पर आयोजन होंगे, जिनका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाएगा, जिससे सनातन धर्म के उद्देश्य पर वैश्विक ध्यान आकर्षित हो.
राष्ट्रव्यापी एकता की दिशा में एक कदम
“माराथन फॉर सनातन” न केवल एक दौड़ है, बल्कि यह सनातनी धरोहर और एकता का संदेश फैलाने का एक बड़ा कदम है. यह आयोजन सनातनियों को उनके मूल्यों और परंपराओं की याद दिलाने के साथ-साथ राष्ट्र को एकजुट करने का भी कार्य करेगा.
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