उदित वाणी, जमशेदपुर: KPS कदमा में “लेट्स मेक ए डिफ्रेंस” (LMAD) कॉन्फ्रेंस का आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में विरल मजूमदार उपस्थित थे. इस अवसर पर 12 स्कूलों के छात्रों ने आत्म-चिंतन और आत्म-खोज के इस परिवर्तनकारी अनुभव में भाग लिया.
शांति और ध्यान का महत्व
कार्यक्रम की शुरुआत एक भावपूर्ण प्रार्थना और शांति प्रदान करने वाले श्वसन अभ्यास से हुई. इस सत्र ने जीवन में शांति और ध्यान के महत्व पर जोर दिया, साथ ही यह बताया कि दैनिक जीवन में शांतिपूर्ण समय का कितना महत्व है.
अहंकार और आत्म-चिंतन में बाधाएं
संचालकों ने प्रतिभागियों को यह समझाया कि कैसे अहंकार आत्म-चिंतन की प्रक्रिया में बाधा डालता है. उन्होंने उन्हें आत्म-परिचय और अनुशासन को अपनाने की प्रेरणा दी, ताकि वे अहंकार से प्रेरित उत्तेजनाओं पर काबू पा सकें. सभी प्रतिभागियों को यह याद दिलाया गया कि भौतिक संपत्तियों से कहीं अधिक मूल्यवान सच्चा प्रेम और सार्थक रिश्ते होते हैं. सत्र में उदाहरण देकर यह समझाया गया कि बाहरी रूप और आंतरिक सत्य में कितना अंतर हो सकता है.
स्वयंसेवकों का योगदान
इस सफल आयोजन में जिन स्वयंसेवकों ने योगदान दिया, उनके नाम हैं: सोनू अरोड़ा, भीषम, अंकिता, हेतल, हर्षिल, सुमैया, रितेश, सईफी, रितेश, शिवराज सायोक, विशाल, सुमन, संगीता, उर्जा, निशांत, राहुल, बिपाशा, यश, सत्यप्रकाश, पी. विध्या, नीता, विद्याश्री, सोमय, सुजीत, भुवन. ये सभी स्वयंसेवक भारत के विभिन्न शहरों से आए थे. कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के 310 छात्रों ने भाग लिया.
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