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उदित वाणी, जमशेदपुर: कोल्हान विश्वविद्यालय में कॉमन यूनिवर्सिटी इंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) लागू नहीं किया जा सकेगा. फिलहाल इसे लेकर औपचारिक घोषणा तो नही की गई है, लेकिन कोल्हान विश्वविद्यालय इसे लागू करने में अभी सक्षम नहीं है.
बहरहाल इस लागू करने को लेकर झारखंड सरकार ने केयू प्रशासन से स्टेटस रिपोर्ट मांगी है. पूछा है कि क्या नए सत्र (2022-23) से इसे कोल्हान विश्वविद्यालय में लागू किया जा सकता है. इस बाबत एक पत्र कोल्हान विश्वविद्यालय मुख्यालय को प्राप्त हुआ है. इस पत्र के मिलने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने सीयूईटी को लागू करने की संभावनाओं को टटोलना शुरू कर दिया है. सभी विभागों से मंतव्य मांगा जा रहा है कि क्या इसे लागू कर पाना फिलहाल संभव है और अगर इसे लागू किया जाता है तो इसका क्या असर पड़ेगा. सभी पक्षों पर विचार के बाद सरकार को इसे लागू कर पाने अथवा न कर पाने को लेकर जवाब दिया जाएगा, लेकिन प्रथम दृष्टया विश्वविद्यालय प्रशासन इसे इस बार नए सत्र से केयू में लागू करने के पक्ष में फिलहाल नहीं है. सीयूईटी को पूरे देश में इसी सत्र से लागू कर दिया गया है. फिलहाल इसमें सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटी शामिल हैं, लेकिन जल्द ही स्टेट यूनिवर्सिटीज भी दाखिले की इस नई प्रक्रिया में शामिल हो जाएंगी. इसके लिए झारखंड सरकार के प्रदेश की सभी स्टेट यूनिवर्सिटी में इसे लागू करने की तैयारी करने को कहा गया था. हालांकि फिलहाल तैयारी पूरी नहीं है. इसलिए इस बार इसे झारखंड की स्टेट यूनिवर्सिटी में टालने की तैयारी चल रही है. कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रमुख जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. पीके पाणी ने बताया कि वर्तमान में इसे लागू किया जाता है तो कोल्हान प्रमंडल के विद्यार्थी ऑल इंडिया स्तर की इस प्रवेश परीक्षा में कैसा परफॉर्म करेंगे, इसको लेकर तरह-तरह की आशंका है. इसलिए फिलहाल इसे लागू करने को लेकर गहन विचार मंथन किया जा रहा है. इसके बाद ही आगे का कदम उठाया जाएगा। उधर रांची यूनिवर्सिटी ने उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग को लिखित जानकारी दे दी है कि फिलहाल कॉमन यूनिवर्सिटी इंट्रेंस टेस्ट को केयू में लागू नहीं किया जा सकता है.
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