उदित वाणी, जमशेदपुर: जमशेदपुर के कदमा भाटिया बस्ती स्थित जोगमाया काली मंदिर में पौष अमावस्या के अवसर पर विशेष पूजा का आयोजन किया गया. इस पूजा का आयोजन मंदिर के प्रधान पुरोहित कामाख्या और तारापीठ तंत्रसाधना सिद्ध ज्योतिष आचार्य प्रजेश भट्टाचार्जी (बुड़ो दा) के मार्गदर्शन में हुआ. उन्होंने बताया कि पौष माह की अमावस्या को पौष अमावस्या कहा जाता है और इस दिन की पूजा से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
सूर्य पूजा और ज्योतिषीय महत्व
ज्योतिष आचार्य मोइनाक भट्टाचार्य ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र में पौष माह में सूर्य की पूजा का विशेष महत्व है. इस दिन व्रत और पूजा करने से कई गुना पुण्यफल की प्राप्ति होती है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. पितरों की शांति के लिए इस अमावस्या पर व्रत रखना भी मंगलकारी माना गया है.
पूजा की विधि और महाप्रसाद वितरण
माँ काली की पूजा में 108 दीपों का प्रज्वलन, फूल और 108 बेल पत्तों से यज्ञ किया गया. इस अवसर पर सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित हुए और महाप्रसाद का वितरण किया गया. श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से माँ काली से आशीर्वाद प्राप्त कर अपनी श्रद्धा प्रकट की.
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