उदित वाणी, जमशेदपुर: जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में वीर बाल दिवस के मौके पर एक शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस आयोजन में महाविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वीर बालकों के अद्वितीय साहस और बलिदान से प्रेरित होकर छात्रों को नैतिकता, राष्ट्रभक्ति और सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करना था.
प्राचार्य का प्रेरणादायक संदेश
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सत्यप्रिय महलिक ने अपने संबोधन में कहा कि साहिबजादा जोरावर सिंह और फतेह सिंह के बलिदान से हमें यह शिक्षा मिलती है कि नैतिक मूल्यों की रक्षा के लिए हर आयु में संघर्ष करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि वीर बाल दिवस न केवल सिख समुदाय के लिए, बल्कि सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है. यह दिन हमें यह सिखाता है कि साहस, धर्मनिष्ठा और मानवता के प्रति कर्तव्य का पालन किसी भी परिस्थिति में नहीं छोड़ना चाहिए.
साहित्यिक और सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं
कार्यक्रम में विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई, जिनमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया. निबंध लेखन प्रतियोगिता में सुनिधि कुमारी ने पहला, मुस्कान कुमारी ने दूसरा और अमरप्रीत कौर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया. वाद-विवाद प्रतियोगिता में वापन घोष और सोमा साहू ने प्रथम स्थान हासिल किया, जबकि ममता और कविता ने दूसरा स्थान प्राप्त किया.
सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दीं. जैनब परवीन, सोनिया सोरेन और पूनम ने कविता पाठ किया, जबकि सुनिधि कुमारी ने एक मनमोहक गीत प्रस्तुत किया.
कार्यक्रम में प्रमुख शिक्षकों की उपस्थिति
इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षकों और छात्रों के साथ-साथ डॉ. विद्याराज डीजे, प्रो. शोभा मुवाल, डॉ. सुरभि सिन्हा, प्रो. कंचन गिरि, प्रो. शाहिना नाज़, डॉ. वाजदा तबस्सुम, डॉ. संगीता कुमारी, डॉ. मितु आहूजा और अन्य शिक्षकों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया.
वीर बालकों के बलिदान को किया नमन
कार्यक्रम के समापन पर सभी ने वीर बालकों के बलिदान को नमन करते हुए सामाजिक और राष्ट्रीय दायित्वों के प्रति जागरूकता का संकल्प लिया.
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