उदित वाणी, जमशेदपुर: आज गुरुवार को हेमंत सोरेन सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हुआ, नई सरकार का मंत्रिमंडल 11 मंत्रियों के साथ गठित हुआ है. जिसमे दो महिला विधायक भी शामिल हैं. एक हैं महागामा विधानसभा से विधायक दीपिका पांडेय सिंह और दूसरी हैं मांडर विधानसभा क्षेत्र से शिल्पी नेहा तिर्की. आइए विस्तार से जानते हैं इन दोनों के बारे में:
पहले भी मंत्री रह चुकी हैं दीपिका पांडेय सिंह
दीपिका पांडेय सिंह इससे पहले भी हेमंत सोरेन की सरकार में मंत्री रह चुकी हैं, जहां उन्होंने कृषि, पशुपालन सहकारिता विभाग और आपदा विभाग की जिम्मेदारी संभाली थी. इस चुनाव में एक बार फिर से जीत हासिल कर दीपिका विधानसभा पहुंची हैं. दीपिका पांडेय सिंह ने महागामा विधानसभा चुनाव में बीजेपी के अशोक भगत को हराकर कांग्रेस के पक्ष में इस सीट को जीता था. दीपिका ने लगातार दो बार महागामा विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की है.
राजनीतिक विरासत
दीपिका पांडेय सिंह के पास राजनीति की एक बड़ी विरासत भी है. उनकी मां लंबे समय तक कांग्रेस से जुड़ी रही हैं, जबकि उनके ससुर अवध बिहारी सिंह तीन बार महागामा के विधायक रहे और तीन बार बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं.
2024 के लोकसभा चुनाव का टिकट छिन गया था
2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने दीपिका पांडेय सिंह को गोड्डा लोकसभा चुनाव में बीजेपी के निशिकांत दुबे के खिलाफ मैदान में उतारने का फैसला किया था. हालांकि, जातीय समीकरण के कारण कांग्रेस ने दीपिका से टिकट छीनकर प्रदीप यादव को उम्मीदवार बना दिया. दीपिका ने इस फैसले को स्वीकार किया और चुप्पी साधे रखी. दीपिका पांडेय सिंह को टिकट कटने के बाद चुप्पी साधे रखने के कारण हेमंत सरकार ने उन्हें मंत्री बनाए जाने का तोहफा दिया. वे कांग्रेस की एकमात्र ऐसी विधायक हैं जिन्हें इस बार फिर से मंत्री बनाया गया है.
अब बात करते हैं पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल हो चुकी शिल्पी नेहा तिर्की के बारे में
शिल्पी नेहा तिर्की के परिवार का भी राजनीति से गहरा नाता है. उनके पिता बंधु तिर्की 2019 में झारखंड विकास मोर्चा (JVM) के टिकट पर विधायक बने थे, लेकिन आय से अधिक संपत्ति के मामले में उन्हें कोर्ट से तीन साल की सजा मिली, जिसके बाद उन्हें अपनी विधानसभा सीट छोड़नी पड़ी थी. लगातार दूसरी बार विधानसभा पहुंचने के बाद शिल्पी नेहा तिर्की की मंत्री पद की दावेदारी मजबूत मानी जा रही थी. उनकी यह जीत कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण साबित हुई और पार्टी ने उन्हें इस बार मंत्री पद से सम्मानित किया. शिल्पी नेहा तिर्की ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सन्नी टोप्पो को हराकर लगातार दूसरी बार विधानसभा में प्रवेश किया है. शिल्पी ने बीजेपी के सन्नी टोप्पो को 22,803 वोटों से हराया था.
उपचुनाव से विधानसभा में मारी थी एंट्री
2022 में इस सीट पर उपचुनाव हुआ, जिसमें शिल्पी नेहा तिर्की ने कांग्रेस के टिकट पर भाग लिया और बीजेपी के गंगोत्री कुजूर को हराकर जीत हासिल की. शिल्पी को इस चुनाव में कुल 95,486 वोट मिले, जबकि गंगोत्री कुजूर को सिर्फ 71,776 वोट ही मिल पाए. इस जीत के साथ ही शिल्पी ने पहली बार विधानसभा में कदम रखा और कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण जीत साबित हुई थी.
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