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उदित वाणी जमशेदपुर : जमशेदपुर में लगातार मौसम में गर्मी देखी जा रही है। तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि हो रही है। आने वाले दिनों में मौसम में और बदलाव देखा जायेगा। 25 फरवरी को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में वेस्टर्न डिस्टर्बेस का क्षेत्र बनने जा रहा है। मौसम पर इसका असर पड़ सकता है। इस वक्त झारखंड में सिर्फ पछुआ हवा चल रही है।
शहर में अधिकतम तापमान 36 डिग्री तक पहुंच गया है, जबकि न्यूनतम तापमान 16 डिग्री दर्ज किया गया है। ये पिछले 24 घंटे के आंकड़े हैं। मौसम केंद्र रांची ने बताया है कि इस दौरान जमशेदपुर सबसे गर्म जगह रहा, जबकि सिमडेगा का न्यूनतम तापमान सबसे कम रहा। आने वाले 5 दिनों में राज्य के उच्चतम या न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं आयेगा। हालांकि थर्ड मार्च के बाद गर्मी बढ़ जाएगी और पारा 40 डिग्री के आसपास पहुंच जाएगा। चार मार्च को शहर का अधिकतम तापमान 40 डिग्री रहने का पूर्वानुमान है।
उधर भीषण गर्मी की आशंका को देखते हुए गर्मी में पेयजल की कमी न हो इसके लिए रणनीति बनने लगी है। रांची में इसे लेकर बैठक भी हुई। कहा गया कि जिन शहरों में पाइप लाइन वाटर सप्लाई स्किम पूरी हो गई हैं, वहां अधिक से अधिक घरों में वाटर कनेक्शन दिया जाये। सभी निकायों में खराब और बंद पड़े चापानलों को अविलंब दुरुस्त किया जाये। जहां पाइपलाइन से जलापूर्ति संभव नही है वहां टैंकर से जलापूर्ति सुनिश्चित हो। शहरों में बंद पड़े एचवाईडीटी बोरिंग को दुरुस्त कराएं। संसाधनों को दुरुस्त करने के लिए जरूरी उपलब्ध टीमों की संख्या बढ़ाएं। सभी नगर निकाय एक टॉल फ्री नंबर जारी करें। सभी नगर निकाय में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाये, जो जलापूर्ति को लेकर जवाबदेह होगा। उक्त निर्देश नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव श्री विनय कुमार चौबे ने वीडियो कंफ्रेंसिंग के जरिए सभी नगर निगम के नगर आयुक्तों,नगर परिषद और नगर पंचायतों के कार्यपालक पदाधिकारियों और जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमिटी के विशेष पदाधिकारी को दिया ।
राज्य सरकार बुनियादी जरुरतों की पूर्ति के लिए संवेदनशील
सचिव विनय कुमार चौबे ने कहा कि राज्य सरकार जनता की बुनियादी जरुरतों की पूर्ति के लिए बेहद संवेदनशील है, इसलिए खासकर पेयजल आपूर्ति में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नही होगी। हर नागरिक को पर्याप्त पीने का पानी मिले, इसे सुनिश्चित करें ।
जरूरी संसाधन खरीद का निर्देश
जलापूर्ति को लेकर विभागीय सचिव के निर्देश के बाद सभी निकायों की ओर से कुछ अतिरिक्त संसाधनों जैसे टैंकर, हैंडपंप और नई बोरिंग की आवश्यक्ता बतायी गयी, जिसपर राज्य शहरी विकास अभिकरण के निदेशक श्री अमित कुमार ने कहा कि त्वरित गति से निविदा निकालकर संसाधन की खरीद कर लें, पर जलापूर्ति में कोई कोताही नहीं होनी चाहिये। उन्होंने तकनीकी कोषांग और जुडको को सहयोग करने का निर्देश दिया।
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