टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन ने तीन दिन के अंदर दिल का दौरा पड़ने से मरे अपने दो कर्मियों के बेटे को स्थायी नौकरी दिलाकर वाहवाही लूटी
उदित वाणी जमशेदपुर : टाटा मोटर्स के बाई सिक्स कर्मी श्रीराम शर्मा के पुत्र को कंपनी में स्थायी नौकरी मिलेगी. मंगलवार शाम को ड्यूटी के दौरान दिल का दौरा पड़ने से शर्मा की मौत हो गई थी.
इसे लेकर बुधवार को परिजनों के साथ टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन एवं टाटा मोटर्स प्रबंधन के बीच एक समझौता हुआ, जिसमें श्रीराम शर्मा के पुत्र को स्थायी नौकरी देने पर फैसला हुआ. सुबह 10 बजे श्रीराम शर्मा की पत्नी, उनके पिता, पुत्र और पुत्री यूनियन कार्यालय पहुंचे और अध्यक्ष-महामंत्री से अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए रोजगार देने का अनुरोध किया. साथ ही मृतक की पत्नी ने प्लांट हेड को एक लिखित पत्र दिया. इसके बाद प्रबंधन और यूनियन के बीच दिनभर वार्ता का दौर चला. अंतिम निर्णय के रूप में सहमति बनी कि मृतक के पुत्र को स्कॉलरशिप दी जाएगी. 3 साल के डिप्लोमा करने के बाद टाटा मोटर्स में स्थायी नौकरी दी जाएगी. पुत्री को प्लस टू तक की पढ़ाई के लिए सालाना 36 हजार रूपए मिलेगा. पत्नी को अस्थाई सेवा निधि के तौर पर लगभग 30 लाख रुपए एवं उनके पीएफ के साढ़े दस लाख रुपए मिलेगा. बेटे को नौकरी और बेटी को पढ़ाई के लिए दी जाने वाली मदद के बारे में प्रबंधन के पत्र को यूनियन ने परिजनों को सौंपा. यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते, महामंत्री आरके सिंह, ई आर हेड सौमिक रॉय ने पत्र को परिजनों को सौंपा. परिजनों और उनके रिश्तेदारों ने मृतक के बेटे को नौकरी और बेटी की पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता देने पर कंपनी प्रबंधन और यूनियन के प्रति अपना आभार व्यक्त किया. उल्लेखनीय है कि बी शिफ्ट में कार्यरत श्रीराम शर्मा की मौत कंपनी परिसर में काम करने के दौरान हो गई थी. उधर, प्रबंधन के प्रवक्ता ने कहा-जांच चल रही है, कोई फैसला नहीं हुआ है मृतक के परिजनों को दिन में ही प्रबंधन और यूनियन ने नौकरी का पत्र सौंप दिया, मगर दूसरी ओर जब प्रबंधन के प्रवक्ता प्रांतिक भट्टाचार्या से पूछा गया कि परिजनों का क्या मुआवजा मिला, तो शाम साढ़े सात बजे कहा कि अभी कोई फैसला नहीं हुआ है. नौकरी के बारे में पूछे जाने पर कहा कि मृतक की मौत कैसे हुई है, इसकी जांच हो रही है. नौकरी मिलेगी कि नहीं, इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है. जब तक जांच नहीं हो जाती, तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता. मंगलवार को भी जब प्रवक्ता से पूछा गया तो उन्होंने ऐसे ही गोलमोल जवाब दिए थे और कहा कि हम जांच कर रहे हैं. जबकि कर्मचारी की मौत कंपनी परिसर में ड्यूटी के दौरान हुई थी. बृजेन्द्र कुमार के जाने के एक साल बाद प्रांतिक चक्रवर्ती ने टाटा मोटर्स जमशेदपुर प्लांट में कम्युनिकेशन हेड के रूप में ज्वाइन किया है. इत्तफाक है कि मंगलवार शाम को ही उन्होंने मीडिया को आश्वस्त किया कि अब मीडिया को कंपनी के बारे में जानकारी लेने में कोई परेशानी नहीं होगी. मगर उसी दिन शाम को उन्होंने गोलमोल जवाब देना शुरू कर दिया. इससे बेहतर तो वीएन सिंह ही थे, जो मीडिया को देख रहे थे.
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