कला को प्रोत्साहित करने में हमेशा आगे रहा है टाटा समूह, 1943 में मुंबई में जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स की स्थापना की थी-नरेन्द्रन
उदित वाणी जमशेदपुर : टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक (एमडी) टीवी नरेन्द्रन ने कहा कि कला को लेकर टाटा समूह की समृद्ध परम्परा और धरोहर है. टाटा समूह ने 1943 में मुंबई में जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स की स्थापना की थी.
इसी कड़ी में आर्ट्स इन इंडस्ट्री प्रदर्शनी भी है, जिसमें देश भर के कलाकार अपनी कला को प्रदर्शित करते हैं. नरेन्द्रन शनिवार को सेंट फॉर एक्सीलेंस में चल रहे आर्ट इन इंडस्ट्री प्रदर्शनी के समापन समारोह में बोल रहे थे. नरेन्द्रन ने कहा कि आर्ट्स, दुनिया भर में एक्वालाइजर का काम करता है. कला की कोई सीमा या बाउंड्री नहीं होती. यही कारण है कि महान कलाएं किसी भी देश की हो, वह कालजयी और स्थायी होती है. प्रदर्शनी की थीम काफी प्रासंगिक बकौल एमडी, आर्ट्स के जरिए हम न केवल कम्युनिकेट करते हैं बल्कि इसके इंटरप्रेटेशन भी काफी है. इस साल का थीम काफी सामयिक और प्रासंगिक है.
जब विविधता की परिभाषा बदल रही हो, वैसे में अपनी पृथ्वी और प्लानेट को बचाने की बात करना बेहद जरूरी हो गया है. दुनिया में जो माहौल है, उसमें कला के पास ही वह ताकत है कि वह लोगों को एकजुट कर सके. उन्होंने उम्मीद जताई कि शहर के कला प्रेमियों
के लिए यह कार्यशाला काफी उपयोगी रहेगी और नवोदित कलाकारों को इन चार दिनों में देश के बड़े कलाकारों के साथ बात करने, इन्टरैक्ट करने और उनसे सीखने का मौका मिला होगा. इस साल थोड़ा हटके रही प्रदर्शनी-चौधरी टाटा स्टील के वीपी (कारपोरेट सर्विसेस) चाणक्य चौधरी ने कहा कि इस साल हमने इस प्रदर्शनी को थोड़ा हटकर आयोजित किया. देश भर से आए कलाकारों ने सेंटर फॉर एक्सीलेंस के साथ ही जयंती सरोवर लेक और नेचर ट्रेल में कुदरत के बीच अपनी कलाकृतियां बनाईं.
उन्होंने बताया कि 1993 में तत्कालीन एमडी डॉ.जेजे इरानी ने आर्ट इन इंडस्ट्री का शुभारंभ किया. इस साल यह प्रदर्शनी अपनी स्थापना के 30 साल पूरा करने जा रही है. स्टील मैन ऑफ इंडिया पुस्तक का विमोचन समारोह के दौरान टीवी नरेंद्रन ने श्रीमती डेज़ी ईरानी, चाणक्य चौधरी और टा टा संस के ब्रांड कस्टोडियन हरीश भट्ट के साथ स्वर्गीय डॉ जमशेद जे ईरानी के काम और जीवन पर आधारित एक पुस्तक द स्टीलमैन ऑफ इंडिया का अनावरण किया. कला को प्रोत्साहित करने में टाटा स्टील का अहम योगदान-पलनीअप्पन कलाकार आरएम पलनीअप्पन ने कहा कि कला को आगे बढ़ाने और प्रोत्साहित करने में टाटा समूह की भूमिका काफी अहम रही है.
वे दूसरी बार इस प्रदर्शनी में शामिल हुए. इसके पहले आर्ट गैलरी का विजिट किए थे. यहां का अनुभव काफी बेहतर रहा. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर में डिप्लोमा स्तर के आर्ट कोर्स है. टाटा स्टील से मेरी गुजारिश होगी कि यहां पर कोलकाता और बड़ौदा की तरह डिग्री स्तर के कोर्स हो और इस क्षेत्र में जाने वाले विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप मिलें.
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