उदित वाणी,जमशेदपुर : साकची बसंत सिनेमा रोड में मूर्ति की दुकान सजाकर बैठे रामभजन के चेहरे की चमक बता रही थी कि इस साल धनतेरस धनवर्षा कराने आया है. खरीदारी को लेकर लोगों की न सिर्फ भीड़ उमड़ी थी बल्कि लोग दिल खोलकर खर्च भी कर रहे थे. आलम यह था कि देर रात तक खरीदारों से शहर के बाजार जगमग रहे. टेल्को के पप्पू बर्मन बताते हैं कि धनतेरस पर उम्मीद से अधिक रेस्पांस देखने को मिल रहा है. दो दिन धनतेरस पड़ जाने से आराम से लोग खरीदारी कर रहे हैं. शनिवार की तरह रविवार को भी धनतेरस पर करोड़ों में कारोबार होने की उम्मीद है.
जी. हां. शनिवार को शाम चार बजे के बाद धनतेरस का आगाज होते ही लोगों ने बाजारों की ओर रुख किया. आभूषण, कार, बाइक व इलेक्ट्रानिक आइटमों के साथ साथ प्लॉट या फ्लैट के लिए लोग पहले से दिमाग बना चुके थे और अधिकांश लोग एडवांस बुकिंग करा चुके थे. लिहाजा इनकी डिलेवरी कराने या बुकिंग रसीद लेने का ही काम बचा था. सो फटाफट अंदाज में लोग इनकी खरीदारी करते चले गए. इसलिए ऐसी दुकानों में ग्राहक आते गए और पेमेंट कर सामान लेकर निकलते चले गए. लेकिन बर्तन की दुकानों पर गजब की भीड़ देखी गई. यही स्थिति झाड़ू, पूजन सामग्री व लक्ष्मी गणेश जी की मूर्ति की दुकानों पर देखी गई. धान की बाली, दीया-दीयरी, रूई की बत्ती से लेकर पान-सुपारी व चीनी की मिठाई-धान का भूजा बेचनेवालों की भी चांदी रही. शहर के हर इलाके में सजी अस्थायी दुकानों में भी इन सामग्रियों की खरीदारी खूब हुई. सजावट की दुकानों के साथ साथ बिजली की दुकानों पर भी ग्राहक उमड़े. कुम्हारों से यहां मिट्टी के दीये समेत अन्य सामग्री लेने उम्मीद से ज्यादा लोग नजर आए. कदमा में मिट्टी का दीया बेचने वाले रामप्रवेश ने कहा कि ‘वोकल फॉर लोकलÓ का असर साफ दिख रहा है.
तो शनिवार को धनतेरस के दिन कितने का कारोबार हुआ होगा? आधी रात के बाद इस सवाल को शहर के एक प्रमुख व प्रतिष्ठित आभूषण कारोबारी के अलावा एक वाहन डीलर व एक बिल्डर से सवाल किया. अलग-अलग किए गए इस सवाल का जवाब एक जैसा मिला- उम्मीद के अधिक. राशि के सवाल पर इतना ही बताया गया कि करोड़ों में. कह सकते हैं कि पूरे साल भर में किसी एक दिन इतना कारोबार नहीं हो सकता जितना घनतेरस के दिन इस साल हुआ. वह भी धनतेरस के पहले दिन. रविवार को भी करोड़ों रुपये का कारोबार होना तय है.
एक प्रमुख कारोबारी संगठन के पदाधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने नाम व पद को नहीं कोट करने का अनुरोध करते हुए कहा कि रकम के बारे में अभी कोई भी सटीक जानकारी नहीं दे सकता. लेकिन इतना जरूर है कि लोगों में खरीदारी को लेकर जबरस्त उत्साह है और इससे बाजार में धनवर्षा उम्मीद से ज्यादा रफ्तार से हो रही है.
उन्होंने कहा कि इसका एक बड़ा कारण यह है कि जमशेदपुर में बाजार इतना व्यापक हो गया है और इतने तरह के ब्रांड उपलब्ध हैं कि किसी को दूसरे शहर में जाने की आवश्यकता ही नहीं रह गई है. ऊपर से नई पीढ़ी की पसंद को देखते हुए परिवार के बड़े लोग भी खरीदारी के लिए बटुआ को खोल देने में खुशी की अनुभूति कर रहे हैं. लिहाजा जमशेदपुर में बाजार अब धनतेरस पर चरम पर दिख रहा है. इस साल के धनतेरस से कोरोना के दो साल की मंदी को पहले ही दिन काफी पीछे छोड़ दिया. रविवार की खरीदारी तो बाजार से लिए बंपर बोनस साबित होगी.
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