उदित वाणी, जमशेदपुर: जमशेदपुर: जमशेदपुर समेत पूरे झारखंड में सुबह और शाम अच्छी खासी ठंड महसूस की जा रही है. दिन चढ़ने के साथ मौसम सामान्य हो जा रहा है. इस दौरान विभिन्न हिस्सों में सुबह कोहरा या धुंध का असर देखा जा रहा है. ठंडी हवाओं और गिरते तापमान की वजह से कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है.
मौसम विभाग के मुताबिक, इस बार नवंबर के आखिरी और दिसंबर की शुरुआत में ला नीना प्रभाव साफ नजर आएगा. न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट हो रही है और पूर्वी हवाएं सुबह और शाम के वक्त ठिठुरन को और बढ़ा रही हैं.
बताते चलें कि पिछले 24 घंटे में राज्य में मौसम शुष्क रहा सबसे अधिक अधिकतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस चाईबासा में जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस गढ़वा में दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान राज्य के विभिन्न हिस्सों में हल्की सर्द हवाएं उत्तर पश्चिम दिशा से चलने का अनुमान है.
इधर, मौसम विभाग ने फिलहाल किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं जताई है. हालांकि, सुबह और रात के समय ठंड बढ़ सकती है. ऐसे में लोगों को सुबह के समय गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी गई है. झारखंड में इस समय हल्की ठंड का माहौल बना हुआ है. किसानों और आम जनता के लिए यह मौसम अनुकूल हो सकता है. आने वाले दिनों में मौसम में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है. मौसम विभाग की और से जारी बुलेटिन के मुताबिक़ जमशेदपुर का अधिकतम तापमान 28.8 डिग्री और न्यूनतम 15.8 डिग्री सेल्सियस रहा.
सर्दी-जुकाम के मरीज बढ़े
इधर, मौसम में परिवर्तन होने पर इसका असर लोगों पर दिख रहा है. सुबह-शाम ठंड और दिन में धूप की गर्मी से लोगों में सर्दी जुकाम की समस्या होने लगी है. एमजीएम समेत शहर के विभिन्न अस्पतालों में सबसे ज्यादा खांसी, सर्दी- जुकाम से पीड़ित मरीज पहुंच रहे हैं. खासकर बच्चों की तादाद ज्यादा देखी जा रही है.
गर्म कपड़ों का बाजार सजा
वहीं, लगभग सभी जिलों में गर्म कपड़ों का मार्केट लग चुका है. इसी क्रम में जमशेदपुर में ठंड की दस्तक के साथ बाजार में भगवान के लिए मथुरा व वृंदावन से गर्म कपड़े लाए गए हैं. भक्त सर्दी में अपने लड्डू गोपाल को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़ों की खरीदारी कर रहे हैं.
वस्त्र की कीमत 30 रुपए से लेकर भगवान की प्रतिमाओं के अनुसार 1500 रुपए तक है. लोगों ने लड्डू गोपाल के लिए ऊनी पोशाकों की खरीदारी शुरू कर दी है. उनके लिए रजाई और गद्दे भी खूब बिक रहे हैं.
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