उदित वाणी, जमशेदपुर: कोरोना महामारी के बाद दुनिया मुश्किल से खुद को संभाल पाई थी कि अब चीन से एक और वायरस ने वैश्विक चिंता को बढ़ा दिया है. इस नए वायरस का नाम ह्यूमन मेटा न्यूमो वायरस (HMPV) है, जो अब भारत में भी फैलने लगा है. झारखंड में भी इसके मरीज मिलने की सूचना है, जिसके चलते कई जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है.
एचएमपीवी वायरस का खतरा
झारखंड के कई जिलों में ह्यूमन मेटा न्यूमो वायरस (HMPV) को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. जिले के सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल ने इस वायरस के फैलने की संभावना को लेकर सभी अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि वे किसी भी संदिग्ध मरीज की जानकारी तुरंत जिला सर्विलेंस विभाग को दें. जिला सर्विलेंस विभाग ने एमजीएम अस्पताल, टाटा मुख्य अस्पताल, सदर अस्पताल, मर्सी अस्पताल, टाटा मोटर्स अस्पताल, और टिनप्लेट अस्पताल को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है.
वायरस के लक्षण और बचाव
एचएमपीवी वायरस के लक्षणों में सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं. इस वायरस का कोई वैक्सीनेशन उपलब्ध नहीं है, इसलिए इससे बचाव ही इसका इलाज है. सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल ने बताया कि वर्तमान में कर्नाटक में इसके कुछ मामले सामने आए हैं, जिससे राज्य में सतर्कता बढ़ा दी गई है.
बचाव के उपाय
• हाथों की सफाई पर विशेष ध्यान दें.
• मास्क का प्रयोग करें और खांसी, छींकते समय नाक-मुंह को ढकें.
• पौष्टिक आहार और पर्याप्त पानी का सेवन करें.
• पर्याप्त नींद लें.
• एचएमपीवी के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
क्या न करें
• भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर अनावश्यक न जाएं.
• सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार की स्थिति में अनावश्यक संपर्क से बचें.
• लोगों से हाथ मिलाने से बचें.
• खुले स्थान पर थूकने से बचें.
• आंख, नाक, और मुंह को बार-बार न छुएं.
• बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयां न लें.
एचएमपीवी वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है और इसके लिए पूरी सावधानी बरतने की आवश्यकता है. झारखंड में स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है, लेकिन इसके प्रसार को रोकने के लिए सभी को सतर्क रहने की जरूरत है. एहतियात बरतना और उचित उपायों का पालन करना इस वायरस से बचने का सबसे प्रभावी तरीका है.
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