उदित वाणी, पटमदा: पटमदा के काशीडीह टोला में करीब एक माह पूर्व एंटरोकॉकस फैकेलिस नामक बैक्टीरिया के कारण डायरिया फैला था. जिसमें करीब 60 लोग प्रभावित हुए थे और विभिन्न अस्पतालों में इलाज कराने के बाद अभी स्वस्थ हैं.
गुरुवार को गांव पहुंची जिला स्वास्थ्य विभाग की जिलास्तरीय टीम ने प्रभावित परिवारों से पूछताछ करते हुए वर्तमान स्थिति की जानकारी ली. जिसमें बताया गया कि गांव में अभी सभी लोग स्वस्थ हैं.
टीम ने ग्रामीणों को जानकारी दी कि गांव के चापाकल से लिए गए पानी के सैंपल की लैब में कराई गई जांच रिपोर्ट आ चुकी है. इसमें खुलासा हुआ कि एंटरोकॉकस फैकेलिस के कारण गांव में संक्रमण फैला. ग्रामीणों से कहा गया कि पानी को उबाल कर ही पीएं. टीम में मुख्य रूप से डॉ. सुशील तिवारी, डॉ. असद व डॉ. प्रशांत रंजन आदि मौजूद थे.
शुक्ला में डायरिया से सबर युवक की मौत के बाद गांव पहुंची टीम
बोड़ाम प्रखंड के शुक्ला गांव स्थित सबर टोला निवासी एक 35 वर्षीय युवक की करीब 10 दिनों पूर्व डायरिया से हुई मौत थी. जिसके बाद बुधवार को गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्रभावित घरों में जाकर लोगों की जांच की.
इसके बाद 5 अन्य मरीजों को माचा स्थित सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया गया और इलाज के बाद फिलहाल उसकी स्थिति ठीक है.
सूत्रों के अनुसार डायरिया से मरने वाले युवक की डायरिया के साथ ही जौंडिस की भी बीमारी थी. माचा में इलाज के बाद उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए एमजीएम रेफर किया गया था लेकिन उसने दम तोड़ दिया था.
स्थानीय लोगों के अनुसार वहां स्वच्छ पेयजल की कमी के कारण लोग तालाब या नाले का गंदा पानी पीने को विवश हैं इसलिए गांव में डायरिया फैला है.
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