उदित वाणी, जादूगोड़ा: जादूगोड़ा स्थित यूसिल लेबर यूनियन कार्यालय में इंटक के स्थापना दिवस के अवसर पर मुसाबनी कॉन्सेंट्रेट प्लांट के यूनियन नेताओं ने एकजुट होकर श्रमिकों के हित में आवाज़ बुलंद की. यूनियन नेता हेमराज कुमार और कार्यकारी अध्यक्ष इरफान अनुसार ने इंटक के प्रदेश अध्यक्ष राकेश्वर पांडे से भेंट कर गंभीर आरोप लगाए.
गर्ग कंस्ट्रक्शन पर श्रम कानूनों की अनदेखी का आरोप
नेताओं का आरोप है कि घाटशिला की गर्ग इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड श्रम कानूनों का खुलेआम उल्लंघन कर रही है. यूनियन की ओर से बताया गया कि ठेका मजदूरों को ग्रेच्युटी, सुरक्षा के लिए पीपीई किट, प्राथमिक चिकित्सा, एंबुलेंस, मेडिकल सुविधा, अर्जित छुट्टी, यूनिफॉर्म, वॉशिंग भत्ता, मकान भत्ता और ईएसआई जैसी मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिल रही हैं.
2021 से पहले मिलती थीं सारी सुविधाएं
नेताओं ने बताया कि वर्ष 2021 से पहले ये सभी सुविधाएं नियमित रूप से दी जाती थीं, लेकिन अब ठेका मजदूरों को रात की पाली में काम के बदले रात्रि भत्ता तक नहीं मिलता. यूनियन का कहना है कि यह श्रम कानूनों का सीधा उल्लंघन है.
ठेका प्रणाली का दुरुपयोग, 11 महीने के टेंडर से मजदूरों का अधिकार छीना जा रहा?
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड / ICC प्रबंधन जानबूझकर 11 महीने का टेंडर निकालता है, ताकि श्रमिकों को स्थायित्व न मिले और उन्हें मिलने वाले अधिकारों से वंचित रखा जा सके. यूनियन की मांग है कि टेंडर की अवधि कम से कम 7 साल की होनी चाहिए ताकि कानूनन सुविधाएं लागू रह सकें.
सहायक श्रमायुक्त से हस्तक्षेप की मांग
मजदूर नेताओं ने सहायक श्रमायुक्त, चाईबासा को भी एक लिखित शिकायत सौंपी है. उन्हें उम्मीद है कि श्रमायुक्त हस्तक्षेप कर इस मामले में कार्रवाई करेंगे और कंपनी प्रबंधन के संरक्षण में हो रहे श्रम कानूनों के उल्लंघन को रोका जाएगा.
सवाल : क्या कंपनी प्रबंधन सुधरेगा या चलता रहेगा मनमानी का खेल?
अब देखने वाली बात यह होगी कि कंपनी प्रबंधन श्रमिकों की मांगों पर कोई ठोस कदम उठाता है या फिर अपने रसूख और ताकत के दम पर नियमों को ताक पर रखकर मनमानी जारी रखता है.
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